
रेजरपे और यस बैंक लॉन्च किया देश का पहला बायोमेट्रिक कार्ड ऑथेंटिकेशन सिस्टम
क्या है खबर?
रेजरपे ने यस बैंक के साथ मिलकर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के दिशा-निर्देशों के अनुरूप भारत का पहला बायोमेट्रिक कार्ड ऑथेंटिकेशन सिस्टम पेश किया है। इस कदम से ऑनलाइन कार्ड भुगतानों को चेहरे की पहचान का उपयोग करके सत्यापित किया जा सकेगा। यह पिन और SMS OTP पर निर्भर पारंपरिक टू-फेक्टर ऑथेंटिकेशन मॉडल की जगह लेती है। नया एक्सेस कंट्रोल सर्वर (ACS) लेनदेन प्रमाणीकरण के लिए बायोमेट्रिक सत्यापन को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर आधारित जोखिम जांचों के साथ जोड़ता है।
फायदा
OTP से संबंधित कमियों को करेगा दूर
कंपनियों के अनुसार, यह सिस्टम प्रति सेकेंड 10,000 लेनदेन तक संसाधित करने में सक्षम है, साथ ही OTP से संबंधित कमियों को कम करती है और एक सहज भुगतान अनुभव प्रदान करती है। यह लॉन्च RBI के सितंबर के दिशा-निर्देशों के अनुरूप है, जिसमें सुरक्षा में सुधार और भुगतान विफलताओं को कम करने के लिए मजबूत और स्मार्ट प्रमाणीकरण तंत्र का प्रावधान किया है। OTP से संबंधित समस्याएं वर्तमान में लगभग 35 फीसदी लेनदेन विफलताओं के लिए जिम्मेदार हैं।
लगाम
नए सिस्टम से धोखाधड़ी पर लगेगी लगाम
केंद्रीय बैंक के आंकड़ों के अनुसार, भारत में डिजिटल भुगतान धोखाधड़ी के कारण वित्त वर्ष 2025 में 520 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ। बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण का उद्देश्य इन चुनौतियों का समाधान एक सुरक्षित विकल्प प्रदान करके करना है, जिसकी नकल करना या चोरी करना मुश्किल हो। सिस्टम वास्तविक समय में धोखाधड़ी की निगरानी और जोखिम प्रबंधन की सुविधा भी प्रदान करता है। साथ ही ऑनलाइन भुगतान के दौरान यूजर्स के लिए होने वाली देरी को कम करती है।