
राप्ती HV को TDB से मिली फंडिंग, ऐसा करने वाली पहली इलेक्ट्रिक बाइक स्टार्टअप
क्या है खबर?
इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल्स के लिए उच्च-वोल्टेज (HV) तकनीक में अग्रणी चेन्नई की कंपनी राप्ती HV को भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड (TDB) से फंडिंग मिली है। इसके साथ वह TDB से वित्तपोषण हासिल करने वाली पहली इलेक्ट्रिक बाइक निर्माता बन गई है। यह पूंजी कंपनी की अपनी उच्च-वोल्टेज आर्किटेक्चर को और विकसित करने और 1 अरब डॉलर (88 अरब रुपये) के उच्च-प्रदर्शन इलेक्ट्रिक बाइक बाजार में अपनी उपस्थिति मजबूत करने की पहल को बढ़ावा देगी।
खासियत
कंपनी ने हाई-वोल्टेज सिस्टम को बनाने में लगाए कई साल
राप्ती HV के CEO दिनेश अर्जुन के अनुसार, यह भारत से दुनिया के लिए प्रदर्शन इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को नए सिरे से परिभाषित करने के हमारे मिशन का एक मजबूत समर्थन है। मौजूदा तकनीक का इस्तेमाल करके मोटरसाइकिल्स में सुधार करने वाले ज्यादातर EV स्टार्टअप के उलट राप्ती HV ने अपने हाई-वोल्टेज सिस्टम को जमीन से खड़ा करने में 6 साल से ज्यादा का समय लगाया है। इसी कारण उसकी बाइक्स कार-स्तर का प्रदर्शन, विश्वसनीयता और चार्जिंग सुविधा प्रदान करती हैं।
अनुदान
भारी उद्योग मंत्रालय भी दे चुका है अनुदान
कंपनी का प्रमुख मॉडल राप्ती T30 देश में पहली बार इलेक्ट्रिक बाइक्स में 240V हाई-वोल्टेज आर्किटेक्चर लेकर आया है, जो तेज गति, बेहतर दक्षता और कम चार्जिंग चक्र का वादा करता है, जो परफॉर्मेंस EV सवारों के लिए बड़ी छलांग है। सरकारी नियामकों ने पहले ही कंपनी की यात्रा पर ध्यान दिया है। 2021 में स्टार्टअप को भारी उद्योग मंत्रालय के ARAI-AMTIF से 3.25 करोड़ रुपये का अनुदान मिला, जिसने इसकी गहन-तकनीकी रणनीति को और आगे बढ़ाने में मदद की।