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क्या है खबर?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सर्च इंजन कंपनी परप्लेक्सिटी पर मेरियम-वेबस्टर और उसकी मूल कंपनी एनसाइक्लोपीडिया ब्रिटानिका ने कॉपीराइट उल्लंघन का मुकदमा दायर किया है। कंपनी कहना है कि परप्लेक्सिटी का 'आंसर इंजन' उसकी कंटेंट को बिना अनुमति और बिना भुगतान के इस्तेमाल करता है। यह सिस्टम यूजर्स को सीधे जवाब देता है, जिससे लोग असली वेबसाइट पर नहीं जाते और प्रकाशकों की कमाई घटती है। यह मुकदमा न्यूयॉर्क की संघीय अदालत में दायर हुआ है।
मामला
क्या है पूरा मामला?
शिकायत में दावा किया गया है कि परप्लेक्सिटी बड़े पैमाने पर उनकी सुरक्षित कंटेंट की नकल कर रही है। कंपनी का 'आंसर इंजन' इंटरनेट से जानकारी लेकर ऐसे जवाब बनाता है, जैसे वह खुद का हो। कई बार यह गलत या झूठी जानकारी भी देता है और उसे मेरियम-वेबस्टर या ब्रिटानिका के नाम से पेश करता है। मुकदमे में आर्थिक नुकसान की भरपाई और परप्लेक्सिटी को कंटेंट का दुरुपयोग रोकने का आदेश मांगा गया है।
आरोप
पहले भी लगे हैं आरोप
परप्लेक्सिटी पर पहले भी ऐसे आरोप लग चुके हैं। पिछले साल वॉल स्ट्रीट जर्नल और न्यूयॉर्क पोस्ट ने भी कंपनी पर कॉपीराइट तोड़ने का दावा किया था। हाल ही में 2 जापानी मीडिया कंपनियों, निक्केई और असाही शिंबुन ने भी ऐसे ही मामले में मुकदमा दायर किया। इन कंपनियों का कहना है कि परप्लेक्सिटी बिना अनुमति उनकी खबरें इस्तेमाल कर अपना जवाब तैयार करता है, जिससे उनकी वेबसाइट की कमाई और पहचान दोनों पर असर पड़ता है।