एनवीडिया ने इंटेल में खरीदी करीब 450 अरब रुपये की हिस्सेदारी, क्या होगा लाभ?
क्या है खबर?
चिप निर्माता दिग्गज एनवीडिया ने अपनी प्रतिद्वंद्वी कंपनी इंटेल में करीब 5 अरब डॉलर (लगभग 450 अरब रुपये) की हिस्सेदारी खरीदी है। यह सौदा अब कागजी निवेश से आगे बढ़कर बड़ी कमाई में बदल चुकी है। शेयर कीमतों में उछाल के बाद एनवीडिया का यह निवेश लगभग 7.58 अरब डॉलर (लगभग 700 अरब रुपये) का हो गया है। इसे सिर्फ निवेश नहीं, बल्कि भविष्य की टेक्नोलॉजी पर पकड़ मजबूत करने की रणनीतिक चाल माना जा रहा है।
मंजूरी
FTC की मंजूरी के बाद सौदे को मिली अंतिम हरी झंडी
सितंबर में तय हुई इस डील के तहत एनवीडिया ने इंटेल के शेयर 23.28 डॉलर प्रति शेयर की कीमत पर खरीदे थे। इस सौदे को लेकर अमेरिका की फेडरल ट्रेड कमीशन (FTC) जांच कर रही थी, क्योंकि इससे एनवीडिया को इंटेल में लगभग 4 प्रतिशत हिस्सेदारी मिलती है। FTC ने 18 दिसंबर को जांच पूरी कर डील को मंजूरी दी। इसके बाद 26 दिसंबर को 21.4 करोड़ शेयरों की खरीद औपचारिक रूप से पूरी हुई।
काम
डाटा सेंटर और PC चिप्स पर मिलकर काम करेंगी दोनों कंपनियां
सौदे के तहत एनवीडिया और इंटेल आने वाले वर्षों में डाटा सेंटर और पर्सनल कंप्यूटर के लिए नई पीढ़ी के चिप्स मिलकर विकसित करेंगी। ये दोनों कंपनियां NV लिंक टेक्नोलॉजी के जरिए GPU और CPU को जोड़ने पर काम करेंगी, जिससे हाई-स्पीड डाटा ट्रांसफर संभव होगा। इंटेल, एनवीडिया के लिए कस्टम x86 CPU बनाएगी, जिन्हें एनवीडिया अपने AI और क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर प्लेटफॉर्म में इस्तेमाल करेगी।
अन्य
पुराने आर्म विवाद से अलग बताई जा रही है यह साझेदारी
यह समझौता 2021 में एनवीडिया द्वारा आर्म को खरीदने की असफल कोशिश से अलग माना जा रहा है। उस समय FTC ने सौदे को प्रतिस्पर्धा विरोधी बताया था। मौजूदा सौदे में एनवीडिया सीधे इंटेल पर नियंत्रण नहीं पा रही, बल्कि टेक्नोलॉजी साझेदारी और शेयर निवेश के जरिए सहयोग बढ़ा रही है। जानकार मानते हैं कि यह कदम एनवीडिया को AI, डाटा सेंटर और PC बाजार में और मजबूत स्थिति दिला सकता है।