
AI की मदद से भारत हासिल कर सकता है अर्थव्यवस्था का लक्ष्य, नीति आयोग का दावा
क्या है खबर?
नीति आयोग और नीति फ्रंटियर टेक हब ने एक रिपोर्ट जारी कर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को भारत की अर्थव्यवस्था के लिए निर्णायक साधन बताया है। 'विकसित भारत के लिए AI: त्वरित आर्थिक विकास का अवसर' शीर्षक वाली यह रिपोर्ट सोमवार को दिल्ली में जारी की गई। इसमें बताया है कि AI देश की अर्थव्यवस्था को 2035 तक 8,300 अरब डॉलर (करीब 7.3 लाख अरब रुपये) तक पहुंचाने के लक्ष्य को हासिल करने में मदद कर सकता है।
GDP
GDP की विकास दर में होगी वृद्धि
रिपोर्ट में इस बात पर जोर दिया है कि सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 8 फीसदी की विकास दर हासिल करने के लिए भारत को AI के जरिए उत्पादकता और नवाचार को बढ़ावा देना होगा। नीति आयोग के CEO बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने कहा कि AI विकास दर का प्रमुख चालक हो सकता है। उन्होंने आगे कहा कि बैंकिंग और विनिर्माण जैसे क्षेत्र आज दक्षता, सेवा गुणवत्ता और प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने के लिए AI का उपयोग कर सकते हैं।
उत्प्रेरक
इन क्षेत्रों में उत्प्रेरक का काम करेगा AI
रिपोर्ट में 2 प्रमुख विकास उत्प्रेरकों की पहचान की गई है। इसमें एक उद्योगों में AI को अपनाने में तेजी (विकास में 30-35 फीसदी की वृद्धि) और दूसरा जनरेटिव AI के साथ अनुसंधान एवं विकास में बदलाव (20-30 फीसदी की वृद्धि) शामिल है। बैंकिंग और विनिर्माण जैसे क्षेत्रों के सबसे पहले लाभान्वित होने की संभावना है। वित्तीय सेवाओं में यह तकनीक अति-व्यक्तिगत ग्राहक अनुभव, धोखाधड़ी का पता लगाने और अधिक समावेशी ऋण देने में सक्षम हो सकता है।