
मस्क बनाना चाहते हैं बच्चों की 'सेना', अब जापानी महिला को भेजा अपना स्पर्म
क्या है खबर?
अरबपति एलन मस्क बच्चों की एक 'सेना' तैयार करने में जुटे हैं।
वॉल स्ट्रीट जर्नल (WSJ) की रिपोर्ट के मुताबिक, मस्क एक्स प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर महिलाओं से संपर्क करते हैं और उन्हें अपने बच्चे पैदा करने का प्रस्ताव देते हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्होंने सरोगेट्स की मदद लेने और सख्त गोपनीयता समझौते कराने की योजना बनाई। एशले सेंट क्लेयर जैसी महिलाओं ने दावा किया है कि मस्क की टीम उन्हें चुप रहने का पैसा देती है।
वजह
क्यों चाहते हैं मस्क इतने बच्चे?
मस्क का मानना है कि दुनिया में घटती जन्म दर मानव सभ्यता के लिए खतरा बन सकती है।
वह अक्सर कहते हैं कि अगर जनसंख्या में वृद्धि नहीं हुई, तो सभ्यता खत्म हो सकती है। उनका कहना है कि होशियार और समझदार लोगों को ज्यादा बच्चे पैदा करने चाहिए, ताकि इंसान का भविष्य सुरक्षित रह सके।
वह चाहते हैं कि इंसान कई ग्रहों पर फैले और मंगल पर इंसानी जीवन बसाने की दिशा में भी काम कर रहे हैं।
स्पर्म
जापानी महिला को भेजा स्पर्म
रिपोर्ट में दावा किया गया कि मस्क ने जापान की एक हाई-प्रोफाइल महिला को स्पर्म भेजा, ताकि वह उनका बच्चा पैदा कर सके।
मस्क ने अब तक 4 महिलाओं से 14 बच्चों की पुष्टि की है, लेकिन उनके करीबियों का मानना है कि यह संख्या इससे ज्यादा हो सकती है।
कुछ महिलाएं गुमनाम रूप से बच्चों की मां बनी हैं। वहीं, शिवोन जिलिस को खास दर्जा हासिल है, जो मस्क के साथ कई अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों में दिख चुकी हैं।
खेल
पैसों और नियंत्रण का खेल
क्लेयर ने दावा किया कि उन्हें मस्क की तरफ से लगभग 130 करोड़ रुपये और हर महीने लगभग 85 लाख रुपये देने का प्रस्ताव मिला था, बशर्ते वे चुप रहें और मस्क का नाम जन्म प्रमाणपत्र से हटा दें।
जब उन्होंने पूरी तरह गोपनीयता नहीं मानी, तो सहायता घटाकर पहले लगभग 34 लाख रुपये और फिर लगभग 17 लाख रुपये प्रति माह कर दी गई।
मस्क की टीम पैसे और अनुबंधों के जरिए महिलाओं पर नियंत्रण रखती है।
प्रस्ताव
दूसरी महिलाओं से भी किए प्रस्ताव
रिपोर्ट के अनुसार, मस्क ने क्रिप्टो इन्फ्लुएंसर टिफनी फोंग सहित अन्य महिलाओं से बच्चे पैदा करने के प्रस्ताव दिए।
जब फोंग ने उनकी बातचीत सार्वजनिक की, तो मस्क ने कथित तौर पर उन्हें अनफॉलो कर दिया। कुछ महिलाओं ने इसे 'हरम जैसा माहौल' कहा है, जहां फायदे उन्हीं को मिलते हैं, जो पूरी तरह मस्क की शर्तें मानते हैं।
उनके सहयोगी जेरेड बिर्चल इस सिस्टम को मेरिट पर आधारित बताते हैं, जिसमें जो अच्छा करता है, उसे फायदा मिलता है।