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एलन मस्क का खुलासा; उनकी साथी शिवोन जिलिस आधी भारतीय, बेटे का नाम शेखर
निखिल कामथ के पॉडकास्ट में मस्क का बड़ा खुलासा

एलन मस्क का खुलासा; उनकी साथी शिवोन जिलिस आधी भारतीय, बेटे का नाम शेखर

Dec 01, 2025
10:38 am

क्या है खबर?

जेरोधा के सह-संस्थापक निखिल कामथ ने अपनी पॉडकास्ट सीरीज 'WTF इज' का नया एपिसोड जारी किया, जिसमें टेस्ला के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) एलन मस्क मेहमान बनकर आए। बातचीत में उन्होंने टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और अपने निजी जीवन से जुड़ी कई दिलचस्प बातें साझा की हैं। मस्क ने बताया कि उनकी साथी शिवोन जिलिस आधी भारतीय हैं और बेटे का नाम भारतीय वैज्ञानिक चंद्रशेखर के सम्मान में रखा गया है।

कारण

मस्क ने बेटे के भारतीय नाम का कारण बताया 

बातचीत के दौरान मस्क ने कहा, "मुझे पूरी तरह यह पता नहीं है कि आप इससे अवगत हैं या नहीं, लेकिन मेरी साथी शिवोन आधी भारतीय मूल की हैं।" उन्होंने आगे बताया कि उनका एक बेटा भी है, जिसका बीच का नाम नाम 'शेखर' है, जो महान वैज्ञानिक सुब्रह्मण्यम चंद्रशेखर से प्रेरित है और उनके प्रति सम्मान प्रकट करता है। मस्क ने कहा, "उससे मेरा एक बेटा है, जिसका बीच का नाम चंद्रशेखर के नाम पर शेखर रखा गया है।"

शिवोन जिलिस

शिवोन जिलिस कौन हैं और उनका काम क्या है?

जिलिस न्यूरालिंक में एक अहम भूमिका निभाती हैं और AI तथा रोबोटिक्स पर महत्वपूर्ण काम कर रही हैं। उन्होंने येल यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स और फिलॉसफी में डिग्री ली है। मस्क ने पॉडकास्ट में कहा कि जिलिस बचपन में ही गोद लेने के लिए दे दी गई थीं और कनाडा में पली-बढ़ी हैं। जिलिस को कई अवॉर्ड मिले हैं और उन्हें 'फोर्ब्स 30 अंडर 30' सूची में भी शामिल किया गया था। उनके और मस्क के 4 बच्चे हैं।

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तारीफ

भारतीय टैलेंट पर मस्क की तारीफ

बातचीत के दौरान कामथ ने अमेरिकी कंपनियों में काम करने वाले भारतीय लोगों के बारे में भी सवाल किया। इस पर मस्क ने कहा, "अमेरिका को कई सालों से आए प्रतिभाशाली भारतीय लोगों से बहुत लाभ हुआ है।" मस्क ने बताया कि टेक्नोलॉजी, रिसर्च और इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों में भारतीय मूल के लोगों का योगदान बहुत मजबूत रहा है। उनके अनुसार, भारतीय मेहनती होते हैं, समझदारी से काम करते हैं और हमेशा बेहतर करने की कोशिश करते हैं।

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राय

अमेरिका में अप्रवासन पर मस्क की राय

कामथ ने पूछा कि अमेरिका में अप्रवासन को लेकर सोच क्यों बदल रही है। इस पर मस्क ने कहा कि लोगों की राय काफी अलग-अलग है। उन्होंने कहा, "बाइडेन प्रशासन के दौरान बॉर्डर लगभग बिना कंट्रोल के फ्री-फॉर-ऑल जैसा था।" मस्क का मानना है कि स्किल्ड लोगों का आना हमेशा किसी भी देश के लिए फायदेमंद होता है। उन्होंने कहा कि सही टैलेंट आने से टेक्नोलॉजी और बिजनेस दोनों तेजी से आगे बढ़ते हैं।

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