मॉर्गन स्टेनली ने शेयर बाजार में सुधार के दिए संकेत, जानिए क्या रखा लक्ष्य
क्या है खबर?
उभरते बाजारों के मुकाबले 31 सालों में सबसे खराब प्रदर्शन के बाद भारतीय शेयर बाजार 2026 में अपनी गति फिर से हासिल कर लेगा। मॉर्गन स्टेनली ने दिसंबर 2026 तक सेंसेक्स के लिए 1,07,000 का बुल-केस और 95,000 का बेस-केस लक्ष्य निर्धारित किया है। वैश्विक ब्रोकरेज फर्म के विश्लेषकों के अनुसार, नीतिगत बदलाव और पुनर्मुद्रास्फीति की गति पिछले एक साल में मध्य-चक्र मंदी के बाद नाममात्र वृद्धि और कॉर्पोरेट आय में मजबूत सुधार की नींव रख रही है।
लक्ष्य
ये लक्ष्य किए निर्धारित
मॉर्गन स्टेनली ने कच्चा तेल 65 डॉलर (करीब 5,700 रुपये)/बैरल से नीचे रहने और तेजी की स्थिति (30 फीसदी संभावना) में सेंसेक्स का लक्ष्य 1,07,000 निर्धारित किया है। तेल की कीमत 100 डॉलर (करीब 8,800 रुपये)/बैरल रहने के दौरान मंदी की स्थिति (20 फीसदी संभावना) में लक्ष्य 76,000 है। बेस-केस (50 फीसदी संभावना) में दिसंबर, 2026 तक सेंसेक्स का लक्ष्य 95,000 है। वित्त वर्ष 2028 तक सेंसेक्स की आय में 17 फीसदी वार्षिक वृद्धि का अनुमान है।
कारण
इन कारणों से होगी वृद्धि
वैश्विक ब्रोकरेज का मानना है कि भारत सकारात्मक वृद्धि के लिए तैयार है, जो भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और सरकार के संयुक्त पुनर्मुद्रास्फीति प्रयासों के कारण संभव हो पाया है। इनमें ब्याज दरों में कटौती, CRR में कटौती, बैंकों के विनियमन और तरलता में वृद्धि, अग्रिम पूंजीगत व्यय और GST दरों में कटौती भी शामिल है। भारतीय शेयर बाजार में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) का निवेश में कम हुआ है, लेकिन घरेलू निवेश में इजाफा हुआ है।