मेटा करेगी बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की छंटनी, हजारों की जा सकती है नौकरी- रिपोर्ट
क्या है खबर?
ट्विटर के बाद अब सोशल मीडिया कंपनी मेटा भी बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मेटा इसी हफ्ते से छंटनी शुरू कर देगी और इससे हजारों कर्मचारियों के प्रभावित होने की आशंका है।
कंपनी को बढ़ते नुकसान, मेटावर्स में बड़े पैमाने पर निवेश और वैश्विक मंदी की संभावना को देखते हुए ये कदम उठाया जा रहा है।
मेटा के छंटनी करने की संभावना पहले से ही जताई जा रही थी।
अनुमान
कितने कर्मचारियों की जा सकती है नौकरी?
मेटा की दूसरी तिमाही की रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी में 83,553 कर्मचारी हैं। छंटनी में इनमें से कितने कर्मचारियों की नौकरी जाएगी, अभी ये तय नहीं है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, जिन विभागों और डिविजन में हालिया समय में निवेश किया गया है, वो भी छंटनी से प्रभावित हो सकते हैं। इसके अलावा अच्छा प्रदर्शन कर रही टीमों में भी छंटनी की जा सकती है।
CEO मार्क जुकरबर्ग ने कुछ कर्मचारियों से खुद ही नौकरी छोड़ने को भी कहा है।
नुकसान
कई चुनौतियों के कारण मेटा को लगातार हो रहा है नुकसान
बता दें कि धीमी वैश्विक आर्थिक वृद्धि, टिकटॉक से चुनौती, ऐपल की प्राइवेसी नीतियों में बदलाव, मेटावर्स पर बड़े पैमाने पर खर्च को लेकर चिंताओं और रेगुलेशन के खतरे के कारण मेटा को लगातार नुकसान हो रहा है और उसकी कमाई में कमी आई है।
इस साल अब तक उसकी स्टॉक वैल्यू 50,000 लाख करोड़ डॉलर गिर चुकी है, वहीं साल के बाकी महीनों और अगले साल भी इसकी स्टॉक वैल्यू 67 अरब डॉलर गिरने का अनुमान है।
लागत में कटौती
लागत में कटौती के लिए नई भर्तियों पर रोक लगा चुके हैं जुकरबर्ग
कंपनी को होते इसी नुकसान को देखते हुए मेटा के मालिक मार्क जुकरबर्ग ने सितंबर में वैश्विक स्तर पर नए कर्मचारियों की भर्ती पर रोक लगा दी थी।
उन्होंने कहा था कि मेटावर्स में किए गए निवेश का फल मिलने में लगभग एक दशक लगेगा और तब तक कंपनी को लागत में कटौती के लिए भर्तियां बंद करनी होंगी और प्रोजेक्ट्स को बंद और टीमों को पुनर्गठित करना होगा।
उन्होंने ज्यादातर टीमों में छंटनी की बात कही थी।
छंटनी
ट्विटर से भी हुई छंटनी, लगभग 50 प्रतिशत कर्मचारियों को निकाला गया
गौरतलब है कि ट्विटर ने भी अपने कर्मचारियों की छंटनी शुरू कर दी है और शुक्रवार को उसने अपने लगभग 50 प्रतिशत स्टाफ को नौकरी से निकाल दिया था।
एलन मस्क के कंपनी खरीदने के बाद से ही ट्विटर से छंटनी होने की आशंका जताई जा रही थी। कंपनी की वित्तीय स्थिति को ठीक करने और पूरी टीम के पुनर्गठन के लिए ये छंटनी की गई है।
ट्विटर इंडिया के कर्मचारी भी इस छंटनी की जद में आए हैं।