मेटा की बिजली व्यापार व्यवसाय में उतरने की तैयारी, जानिए क्या है योजना
क्या है खबर?
मेटा अपने डाटा सेंटर्स को ऊर्जा प्रदान करने के लिए आवश्यक नए बिजली संयंत्रों के निर्माण में तेजी लाने के लिए बिजली व्यापार के व्यवसाय में उतरने की सोच रही है। उसका दावा है कि इससे अमेरिका में नए संयंत्रों के निर्माण में तेजी आएगी, जो इसकी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) महत्वाकांक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण हैं। रिपोर्ट के अनुसार, फेसबुक-इंस्टाग्राम की मूल कंपनी और माइक्रोसॉफ्ट दोनों ही बिजली व्यापार के लिए संघीय मंजूरी (ऐपल को मिल चुकी) मांग रहे हैं।
कारण
बिजली संयंत्र बनाने में आएगी तेजी
कंपनी की वैश्विक ऊर्जा प्रमुख उर्वी पारेख के अनुसार, मेटा ने निवेशकों और संयंत्र विकासकर्ताओं से यह सुनने के बाद बिजली व्यापार में कदम रखा है कि बहुत कम बिजली खरीदार निवेश बढ़ाने के लिए आवश्यक प्रारंभिक, दीर्घकालिक प्रतिबद्धताएं देने को तैयार हैं। बिजली व्यापार से कंपनी को और अधिक दीर्घकालिक अनुबंध करने की सुविधा मिलेगी। ज्यादातर बिजली कंपनियां खरीदारों से बिजली खरीदने की दीर्घकालिक प्रतिबद्धताओं के बिना नई बिजली उत्पादन परियोजना की लागत वहन नहीं कर सकतीं।
चुनौती
इस कारण बढ़ रही बिजली की मांग
मेटा, माइक्रोसॉफ्ट और अल्फाबेट की गूगल जैसी तकनीकी कंपनियों के लिए बिजली की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करना एक बड़ी चुनौती बन गई है। ये सभी कंपनियां अधिक एडवांस AI सिस्टम और टूल्स विकसित करने की होड़ में हैं, जो भारी मात्रा में बिजली का उपयोग करते हैं। लुइसियाना में मेटा की ओर से बनाए जा रहे डाटा सेंटर परिसर के लिए एंटरजी को कम से कम 3 नए गैस-चालित बिजली संयंत्र बनाने की आवश्यकता होगी।