
मार्क जुकरबर्ग ने मार्क जुकरबर्ग पर किया मुकदमा, जानिए क्या है यह मामला
क्या है खबर?
मेटा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) मार्क जुकरबर्ग पर इंडियाना के वकील मार्क जुकरबर्ग ने मुकदमा दायर किया है। वकील अपनी कानूनी प्रैक्टिस का प्रचार करने और संभावित ग्राहकों से जुड़ने के लिए फेसबुक पेज का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन पिछले 8 वर्षों में उनका पेज 5 बार बंद किया जा चुका है। उनका कहना है कि बार-बार अकाउंट बंद होने से उनकी प्रैक्टिस प्रभावित हो रही है और उन्हें आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है।
आरोप
क्या लगाए गए आरोप?
वकील का आरोप है कि मेटा का सिस्टम उनके अकाउंट को प्लेटफॉर्म के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग का नाम इस्तेमाल करने वाला मानता है, जबकि उनका असली नाम भी मार्क जुकरबर्ग ही है। उन्होंने बताया कि 2017 से इस समस्या को लेकर वह मेटा से संपर्क में हैं और कई बार शिकायत भी दर्ज करा चुके हैं। उनके अनुसार, इस तकनीकी गड़बड़ी और बार-बार अकाउंट बंद होने से उनकी मेहनत और पैसा दोनों ही बेकार जा रहे हैं।
नाम
नाम ने बनाई अजीब स्थिति
वकील ने iammarkzuckerberg.com नामक वेबसाइट भी बनाई है, जिसमें उन्होंने बताया है कि यह नाम उनके लिए परेशानी का कारण कैसे बना। उनका कहना है कि लोग अक्सर उन्हें मजाक समझकर फोन काट देते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि एक बार लास वेगास में भाषण देने पहुंचे तो 'मार्क जुकरबर्ग' लिखा बोर्ड देखकर भीड़ में अफरा-तफरी मच गई। वकील का कहना है कि नाम की वजह से उनकी निजी और पेशेवर जिंदगी दोनों पर असर पड़ा है।
प्रतिक्रिया
मेटा की सफाई और वकील की प्रतिक्रिया
वकील ने कहा कि उन्हें कई बार गलत फोन कॉल, मैसेज, यहां तक कि धमकियां और पैसों की मांग तक झेलनी पड़ी। उनका कहना है कि जब यह परेशानी उनकी आय पर असर डालने लगी, तो उन्होंने मुकदमे का रास्ता चुना। मेटा का कहना है कि उन्हें पता है कि दुनिया में एक से अधिक मार्क जुकरबर्ग हैं। वे इस मामले पर वकील के धैर्य की सराहना करते हैं और भविष्य में ऐसा होने से रोकने के लिए प्रयासरत हैं।