इस योजना के तहत मिलता है 10 लाख रुपये तक का लोन, जानें कैसे करें आवेदन
देश के लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनमें से एक है 'प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना' (PMMLY)। इस योजना के तहत लोगों को 10 लाख रुपये तक का लोन दिया जा रहा है, ताकि वह खुद का बिजनेस शुरू कर सकें। इस योजना के तहत गैर-कॉर्पोरेट, गैर-कृषि लघु व सूक्ष्म उद्यम को बिना गारंटी लोन उपलब्ध हो रहा है। आइए जानते हैं इस योजना का लाभ कैसे ले सकते हैं।
क्या है प्रधानमंत्री मुद्रा लोन योजना?
PMMLY केंद्र सरकार की एक पहल है, जिसमें लोगों को SME और MSME के लिए लोन उपलब्ध कराती है। इस योजना में लोन को तीन भागों में रखा गया है- पहला शिशु, दूसरा किशोर और तीसरा तरुण। शिशु कटैगरी में 50,000 रुपये, किशोर में 50,000 से पांच लाख रुपये और तरुण कटैगरी में पांच लाख से 10 लाख रुपये तक का लोन मिलता है। मुद्रा लोन के लिए कोई गारंटी या गिरवी रखने की जरूरत नहीं होती।
लोन के लिए क्या है योग्यता?
अगर आपको PMMLY के तहत लोन लेने है तो आपकी उम्र (महिला या पुरुष) 18 साल से अधिक होनी चाहिए। इसके अलावा सिबिल स्कोर, क्रेडिट स्कोर भी सही होना चाहिए। यह लोन आपको सार्वजनिक या निजी क्षेत्र के बैंक से मिल सकता है। इस योजना के तहत पब्लिक सेक्टर के 27 बैंक, प्राइवेट सेक्टर के 17 बैंक और क्षेत्रिय ग्रामीण के 27 बैंकों के साथ 25 माइक्रो फाइनेंस इंस्टीट्यूट शामिल हैं।
जरुरी दस्तावेज और लोन की ब्याज दर
लोन लोन के लिए सबसे पहले आपको जिसका भी बिजनेस करना है उससे संबंधित कागज होने चाहिए। इसके अलावा आवदेक का आधार कार्ड, नॉमिनी, पता प्रमाण पत्र जैसे दस्तावेजों की जरूरत होगी। इस लोन के लिए आपको 10 दिन का इंतजार करना पड़ सकता है। इस पर ब्याज की गणना लोन अमाउंट और जमा अवधि पर निर्भर करती है। वैसे तो बैंकों द्वारा 10 से 16 फीसदी तक ब्याज वसूला जाता है।
क्या है लोन पाने की प्रक्रिया?
सबसे पहले आपको किसी बैंक की वेबसाइट से मुद्रा लोन योजना का फॉर्म डाउनलोड करना होगा। इसके बाद सभी दस्तावेजों के साथ फॉर्म को भरकर बैंक में जमा कर दें। अब बैंक आपके फॉर्म और दस्तावेजों का वेरिफिकेशन करेगा, जिसके बाद आवेदन को आगे बढ़ाया जाएगा। अब बिजनेस संबंधित कागजों का मूल्यांकन होगा, जिसके आधार पर लोन मिलता है। सभी जानकारी सही पाए जाने के बाद आपके अकाउंट में कुछ दिनों में पैसा ट्रांसफर हो जाएगा।
न्यूजबाइट्स प्लस (बोनस इंफो)
आपको बता दें कि इस योजना की शुरुआत 8 अप्रैल, 2015 को की गई थी। वित्त वर्ष 2021-22 में अब तक 1,23,425.40 करोड़ रुपये तक का कर्ज दिया गया है।