
क्या फ्री होता है जीरो-बैलेंस अकाउंट? जानिए इसके पीछे की सच्चाई
क्या है खबर?
कई बैंक जीरो-बैलेंस बचत खाते की सुविधा दे रहे हैं। इसमें न्यूनतम बैलेंस बनाए रखने की अनिवार्यता नहीं होती है। यह सुविधा खासकर छात्रों, नए अकाउंट होल्डर और वेतन पाने वालों के बीच बेहद लोकप्रिय है। इनका वेतन सीधे खाते में आता है और उन्हें अलग से बैलेंस बनाए रखने और पेनल्टी की भी चिंता नहीं होती। ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि यह खाता क्या फ्री होता है? आइये जानते हैं इससे जुड़े नियम क्या कहते हैं।
शुल्क
ये लगते हैं अतिरिक्त शुल्क
जीरो-बैलेंस अकाउंट का मतलब यह नहीं कि बैंक पूरी तरह फ्री सर्विस दे रहे हैं। कुछ सेवाओं पर बैंक चार्ज वसूलते हैं, जिसमें चेकबुक जारी कराने और अतिरिक्त डेबिट कार्ड लेने पर फीस शामिल हैं। इसके अलावा ATM से तय सीमा से अधिक निकासी करने पर चार्ज या ऑनलाइन ट्रांजैक्शन लिमिट पार करने पर अतिरिक्त शुल्क लिया जाता है। अपने खाते से अप्रत्याशित कटौती से बचने के लिए इन शुल्कों के बारे में जागरूक होना जरूरी है।
निगरानी
अकाउंट स्टेटमेंट से शुल्क पर रखें निगरानी
आप अक्सर ऐसी सेवाओं का लाभ उठा रहे हैं, जिन पर शुल्क लगता है तो लंबे समय में न्यूनतम शुल्क भी बढ़ेंगे। एक जीरो-बैलेंस खाता आपको न्यूनतम बैलेंस रखने से तो बचाता है, लेकिन नियमित सर्विस शुल्क लंबे समय में आपके खाते से पैसे को कम करता जाता है। आप महीने का अकाउंट स्टेटमेंट देखकर पता लगा सकते हैं कि कहां शुल्क लगाया जा रहा है और आपको उचित बदलाव करने में मदद मिलेगी।