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भारतीय अर्थव्यवस्था इस साल पार कर सकती है 4 लाख करोड़ डॉलर का आंकड़ा
भारतीय अर्थव्यवस्था इस साल पार कर सकती है 4 लाख करोड़ डॉलर का आंकड़ा

भारतीय अर्थव्यवस्था इस साल पार कर सकती है 4 लाख करोड़ डॉलर का आंकड़ा

Nov 25, 2025
04:52 pm

क्या है खबर?

भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है। इसी वजह से इस वित्त वर्ष में भारत के 4 लाख करोड़ डॉलर (लगभग 356 लाख करोड़ रुपये) की अर्थव्यवस्था बनने की उम्मीद है। मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंथा नागेश्वरन ने बताया कि भारत अभी दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और इसकी GDP लगभग 3.9 लाख करोड़ डॉलर है। मार्च, 2025 से पहले ही देश 4 लाख करोड़ डॉलर का आंकड़ा पार करने की स्थिति में पहुंच चुका है।

जियोपॉलिटिक्स 

जियोपॉलिटिक्स और विकास की जरूरत  

नागेश्वरन ने कहा कि दुनिया में जियोपॉलिटिक्स को लेकर बहुत उतार-चढ़ाव है, इसलिए भारत का लगातार आर्थिक रूप से मजबूत बने रहना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि ग्लोबल सिस्टम में अपनी जगह और प्रभाव बनाए रखने के लिए भारत को तेज ग्रोथ जारी रखनी होगी। मुख्य आर्थिक सलाहकार का मानना है कि एक मजबूत अर्थव्यवस्था ही भारत को बदलते हुए अंतरराष्ट्रीय हालात में स्थिरता और नए अवसर दे सकती है।

जलवायु 

जलवायु और ऊर्जा पर ध्यान  

चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर ने कहा कि भारत को अपनी आर्थिक योजनाओं को ऊर्जा परिवर्तन, पर्यावरण और जलवायु बदलाव जैसे मुद्दों के साथ जोड़कर आगे बढ़ना होगा। उन्होंने बताया कि देश जलवायु परिवर्तन के असर को अच्छी तरह समझता है, खासकर खेती, समुद्र तटों और मौसम में आ रहे बदलाव को देखते हुए। ऐसे में आने वाले समय में विकास और पर्यावरण को साथ लेकर चलने की रणनीति बहुत महत्वपूर्ण होगी।

वादा 

2070 तक नेट जीरो का वादा 

नागेश्वरन ने कहा कि भारत ग्लोबल वार्मिंग के खतरे और जलवायु अस्थिरता के जोखिमों को समझते हुए 2070 तक नेट जीरो लक्ष्य हासिल करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उनका कहना है कि आगे बढ़ने वाली हर नीति में पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छ ऊर्जा को जगह दी जाएगी। इसके साथ ही, भारत यह सुनिश्चित करने की दिशा में काम कर रहा है कि तेज आर्थिक विकास के साथ-साथ देश पर्यावरण की सुरक्षा में भी मजबूत भूमिका निभाए।