देश का मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर गिरावट के बाद 3 महीने के निचले स्तर पर
क्या है खबर?
देश के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में पिछले महीने में गिरावट दर्ज हुई है।
S&P के आर्थिक सर्वे के अनुसार, मांग में कमी के कारण अगस्त में मैन्युफैक्चरिंग गतिविधि पिछले महीने के 58.1 की तुलना में 3 महीने के निचले स्तर 57.9 पर आ गई।
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में मंदी के अलावा देश का आर्थिक विस्तार भी पिछली तिमाही के साथ 7.8 प्रतिशत से घटकर 6.7 प्रतिशत हो गया है, क्योंकि सरकारी व्यय में गिरावट दर्ज हुई है।
कमी
अंतरराष्ट्रीय मांग में कमी
अंतरराष्ट्रीय मांग में जनवरी के बाद से सबसे धीमी वृद्धि रही, लेकिन कुल मिलाकर स्थिति मजबूत रही। सर्वे से पता चला कि आउटपुट और नए ऑर्डर दोनों उप-सूचकांक 7 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गए।
HSBC के मुख्य भारत अर्थशास्त्री प्रांजुल भंडारी ने कहा, "नए ऑर्डर और आउटपुट ने भी मुख्य प्रवृत्ति को प्रतिबिंबित किया, कुछ पैनलिस्टों ने मंदी के कारण के रूप में भयंकर प्रतिस्पर्धा का हवाला दिया।"
PMI
PMI में गिरावट
S&P ग्लोबल द्वारा संकलित HSBC फाइनल इंडिया मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) में अगस्त में लगातार दूसरे महीने कमी देखी गई।
जुलाई के 58.1 से सूचकांक गिरकर 57.5 पर आ गया, जो 57.9 के प्रारंभिक अनुमान से कम है।
गिरावट भले ही दर्ज हुई हो, लेकिन सूचकांक पिछले साल जुलाई से विकास और संकुचन को 50 पॉइंट की सीमा से ऊपर रहा। इससे पता चलता है कि इस क्षेत्र में निरंतर विस्तार हो रहा है।