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भारत की बुनियादी ढांचा वृद्धि 14 महीने के सबसे निचले स्तर पर पहुंची 
बुनियादी ढांचा वृद्धि 14 महीने के खराब स्तर पर पहुंची

भारत की बुनियादी ढांचा वृद्धि 14 महीने के सबसे निचले स्तर पर पहुंची 

Nov 20, 2025
08:24 pm

क्या है खबर?

भारत की बुनियादी ढांचा वृद्धि दर अक्टूबर महीने में बीते 14 महीनों के सबसे खराब स्तर पर पहुंच गई है। रिपोर्ट के अनुसार, अक्टूबर में कोर सेक्टर की साल-दर-साल ग्रोथ 0 प्रतिशत रही, जबकि सितंबर में यह 3.3 प्रतिशत थी। कोयला, कच्चा तेल, गैस, स्टील, सीमेंट और बिजली जैसे 8 बड़े सेक्टर इंडस्ट्रियल आउटपुट का बड़ा हिस्सा बनाते हैं। इन सेक्टरों की सुस्ती से इस समय देश की इंडस्ट्रियल गतिविधियों की रफ्तार काफी धीमी पड़ गई है।

वजह

कई सेक्टरों में गिरावट की वजह से वृद्धि रुकी 

अक्टूबर में कई प्रमुख सेक्टरों में भारी गिरावट दर्ज की गई, जिसने कुल वृद्धि को रोक दिया। कोयले का उत्पादन 8.5 प्रतिशत गिरा, जबकि कम थर्मल आउटपुट के कारण बिजली उत्पादन में 7.6 प्रतिशत की कमी आई। नैचुरल गैस का उत्पादन 5 प्रतिशत और कच्चे तेल का उत्पादन 1.2 प्रतिशत घट गया। हालांकि, रिफाइनरी प्रोडक्ट्स में 4.6 प्रतिशत और फर्टिलाइजर में 7.4 प्रतिशत की बढ़त मिली, लेकिन यह बढ़त कोर सेक्टर की कुल वृद्धि को ऊपर लाने में नाकाफी रही।

अन्य

स्टील और सीमेंट सेक्टर ने दिखाई थोड़ी मजबूती 

इंडस्ट्रियल मंदी के बीच स्टील और सीमेंट सेक्टर ने बेहतर प्रदर्शन किया। स्टील उत्पादन 6.7 प्रतिशत बढ़ा, जिसमें निर्माण कार्य और ऑटो सेक्टर से बढ़ती मांग का योगदान रहा। सीमेंट उत्पादन भी 5.3 प्रतिशत बढ़ा, खासकर मॉनसून खत्म होने के बाद कंस्ट्रक्शन एक्टिविटी तेज होने से। इन सेक्टरों की मजबूती से थोड़ी राहत जरूर मिली, लेकिन बाकी सेक्टरों की कमजोरी के कारण अक्टूबर में कुल ग्रोथ शून्य पर ही रही।