भारत जल्द दे सकता है 15 लाख मीट्रिक टन चीनी निर्यात की अनुमति
क्या है खबर?
भारत नए सीजन में 15 लाख मीट्रिक टन चीनी निर्यात की अनुमति देने की योजना बना रहा है। केंद्र सरकार का यह कदम तब आया है जब इथेनॉल उत्पादन के लिए चीनी के इस्तेमाल में कमी से घरेलू बाजार में भंडारण बढ़ने की उम्मीद है। इससे देश में अतिरिक्त चीनी की निकासी में मदद मिलेगी और स्थानीय बाजार में दाम स्थिर रहेंगे। इससे शेयर बाजार में प्रमुख चीनी कंपनियों के शेयरों में 5 प्रतिशत तक की बढ़त दर्ज की गई।
आदेश
सरकार जल्द जारी कर सकती है आदेश
रिपोर्ट के अनुसार, सरकार ने किसानों के हित और भंडारण को ध्यान में रखते हुए निर्यात की अनुमति देने का निर्णय लिया है। यह अनुमति 1 अक्टूबर से शुरू होने वाले 2025-26 सीजन के लिए दी जाएगी। फिलहाल अंतिम आदेश जारी होना बाकी है, लेकिन संभावना है कि सरकार अगले कुछ हफ्तों में इस पर औपचारिक घोषणा करेगी। निर्यात बढ़ने से देश के भंडारण कम होगा और घरेलू कीमतों को स्थिरता मिलेगी।
उम्मीद
सूखे के बाद अब चीनी उद्योग को राहत की उम्मीद
भारत पहले दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा चीनी निर्यातक था, लेकिन 2023-24 में सूखे के कारण सरकार ने निर्यात पर रोक लगा दी थी। पिछले साल केवल 10 लाख टन चीनी ही विदेश भेजने की अनुमति दी गई थी। अब हालात सुधरने से 2025-26 में उत्पादन करीब 3 करोड़ टन तक पहुंचने का अनुमान है। इससे न केवल घरेलू आपूर्ति बढ़ेगी बल्कि निर्यात फिर से शुरू होने की संभावना भी मजबूत हुई है।
उत्पादन
इथेनॉल उत्पादन में कमी से बढ़ा भंडारण
इस साल इथेनॉल उत्पादन के लिए केवल 34 लाख टन चीनी का इस्तेमाल हुआ है, जो पिछले वर्ष की तुलना में कम है। इसका असर यह हुआ कि अधिक चीनी घरेलू बाजार में रह गई। विशेषज्ञों का मानना है कि स्थानीय कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार से अधिक हैं, जिससे निर्यात मुश्किल हो सकता है। हालांकि, कुछ मीलें एशिया और दुबई की रिफाइनरियों को कच्ची चीनी बेचने की तैयारी कर रही हैं।