
आपातकालीन समय के लिए आसान तरीके से एक विश्वसनीय फंड कैसे बनाएं?
क्या है खबर?
जीवन में अचानक आने वाले खर्च जैसे नौकरी छूटना, बड़ा मेडिकल बिल या गाड़ी खराब होना, बजट बिगाड़ सकते हैं। बिना बचत के लोग महंगे लोन या क्रेडिट कार्ड पर निर्भर हो जाते हैं, जिससे कर्ज बढ़ता है। आपातकालीन निधि यानी ऐसी बचत जो तुरंत काम आए और दीर्घकालिक लक्ष्यों से समझौता न करना पड़े। यह एक सुरक्षा जाल है, जो मुश्किल वक्त में तनाव कम करता है और जरूरी खर्च पूरे करने में मदद देता है।
#1
लक्ष्य तय करें और शुरुआत करें
पहला कदम है यह तय करना कि कितनी रकम चाहिए। आमतौर पर 3 से 6 महीने के खर्च जितनी बचत रखना सही माना जाता है। जिनकी आय अनियमित है या आश्रित ज्यादा हैं, वे 9 महीने तक का लक्ष्य रखें। बड़े लक्ष्य को छोटे मासिक हिस्सों में बांटें और हर महीने तय रकम बचाएं। शुरू में कुछ हजार से शुरुआत करें और धीरे-धीरे रकम बढ़ाते रहें। रकम छोटी हो तो भी नियमित बचत सबसे अहम होती है।
#2
अलग अकाउंट और ऑटोमैटिक बचत
आपातकालीन कोष के लिए अलग बचत अकाउंट खोलें। इसे रोजमर्रा के अकाउंट से अलग रखने से खर्च करने का मन कम होगा। अकाउंट में अच्छी ब्याज दर देखना भी जरूरी है। वेतन आते ही तय रकम इस अकाउंट में ऑटोमैटिक ट्रांसफर करने की व्यवस्था करें। इसे ऐसे मानें जैसे कोई बिल भरना हो। ऑटोनोमस से बहाना बनाने या देरी करने का मौका नहीं रहता और बचत बिना किसी अतिरिक्त मेहनत के धीरे-धीरे बढ़ती रहती है।
#3
नियमित जांच और फिर से भरना
अगर जरूरत पड़े तो इस कोष का इस्तेमाल करें लेकिन निकाली रकम जल्दी से जल्दी वापस जोड़ें। हर साल अपनी बचत की समीक्षा करें, ताकि खर्च बढ़ने पर लक्ष्य भी बढ़ाया जा सके। अनावश्यक खर्च जैसे फालतू सब्सक्रिप्शन या बिना सोच समझ की खरीदारी कम करें और बचत को कोष में डालें। इस चक्र बचत, जरूरत पर खर्च, फिर से बचत से आप हमेशा तैयार रहेंगे और मुश्किल समय में वित्तीय सुरक्षा पाते रहेंगे।