
नौकरी बदलना पर्सनल लोन स्वीकृति को कैसे करता है प्रभावित? यहां समझें
क्या है खबर?
बेहतर वेतन और रोजगार के नए अवसरों की तलाश में युवा पेशेवरों के बीच करियर में बदलाव करना तेजी से आम बात होती जा रही है। यह प्रवृत्ति नए पर्सनल लोन, क्रेडिट कार्ड लोन स्वीकृति को प्रभावित करती है। जब कोई ऋण देने वाला संस्थान किसी आवेदक की रोजगार निरंतरता और नौकरी की स्थिरता की सावधानीपूर्वक जांच करती है, तो यह जटिलताएं पैदा करती हैं। आइये जानते हैं बार-बार नौकरी बदलने का पर्सनल लोन स्वीकृति पर क्या असर पड़ता है।
प्रभाव
ऐसे आवेदकों पर पड़ता है प्रभाव
वित्तीय संस्थान पर्सनल लोन मंजूरी देने से पहले कई कारकों पर विचार और जांच करते हैं। रोजगार की स्थिरता इस संबंध में एक प्रमुख कारक है। हाल ही में नौकरी बदलने से पर्सनल लोन मंजूरी मिलने में देरी या जटिलता आ सकती है। खासकर उन मामलों में जहां आवेदक का क्रेडिट स्कोर बहुत खराब हो या गंभीर वित्तीय संकट, होम लोन डिफॉल्ट या एजुकेशन लोन डिफॉल्ट जैसी हिस्ट्री रही हो। उनके लिए पर्सनल लोन मंजूरी मिलना मुश्किल हो जाता है।
पात्रता
नौकरी बदलने को कैसे देखती हैं बैंक?
बैंक उन आवेदकों को प्राथमिकता देती हैं, जो अपनी वर्तमान नौकरी में कम से कम 6 महीने से कार्यरत हों। नौकरी में बार-बार बदलाव को वित्तीय अस्थिरता का संकेत माना जा सकता है। एक ही नियोक्ता के साथ लंबा कार्यकाल एक बड़ा सकारात्मक पहलू है और यह निरंतरता का प्रतीक है। नौकरी बदलने का मतलब हमेशा पात्रता में कमी नहीं होता। नई नौकरी से आय बढ़ती है तो इससे बड़ी ऋण राशि मिलने की संभावना बढ़ सकती है।
जांच
इन बातों की जांच करती हैं बैंक
ऋण देने वाली संस्थाएं आवेदक की मासिक आय, पिछले ऋण चुकाने के पैटर्न और समग्र क्रेडिट स्कोर का विश्लेषण करती हैं। कम ऋण-से-आय अनुपात और समय पर पुनर्भुगतान अक्सर कम अवधि के रोजगार की भरपाई कर देते हैं। नौकरी बदलने से तुरंत ऋण मिलना मुश्किल हो सकता है। फिर भी इसका दीर्घकालिक प्रभाव इस बात पर निर्भर करता है कि क्या करियर में बदलाव से वित्तीय स्थिरता में सुधार होता है और स्थिरता आती है।
उपाय
स्वीकृति के लिए इन बातों का रखें ध्यान
भविष्य में पर्सनल लोन आवेदनों की स्वीकृति के लिए निरंतर आय, करियर में उन्नति और जिम्मेदार वित्तीय विवेक का प्रदर्शन हमेशा महत्वपूर्ण रहेगा। लोन लेने में कोई परेशानी न हो इसके लिए एक मजबूत क्रेडिट स्कोर और लगातार भुगतान का ट्रैक रिकॉर्ड बनाए रखें। कम समय में अनावश्यक नौकरी बदलने से बचें और नई कंपनी में शामिल होने के बाद वित्तीय दस्तावेजों को अपडेट करें। नौकरी बदलने के 6 महीने बाद नए लोन के लिए आवेदन करने की प्रतीक्षा करें।