क्रेडिट कार्ड से होम लोन की EMI देना कितना सही? जानिए इसके फायदे-नुकसान
क्या है खबर?
कई बैंक और फिनटेक ऐप्स आपको सीधे बैंक डेबिट के बजाय क्रेडिट कार्ड से अपने होम लोन की EMI चुकाने की सुविधा देते हैं। भुगतान के लिए थोड़ा अतिरिक्त समय के साथ कुछ रिवॉर्ड पॉइंट मिलने और तंगी वाले दिनों में आसानी से किस्त की व्यवस्था होने के कारण कई विकल्प कई लोगों को बहुत आकर्षक लगता है। इसके फायदे के साथ कुछ नुकसान भी हैं। आइये जानते हैं क्रेडिट कार्ड से होम लोन की किस्त देना कितना सही है।
EMI
कैसे होता है लाेन में EMI का भुगतान?
जब कोई बैंक आपको क्रेडिट कार्ड से EMI चुकाने की सुविधा देता है तो इसे किसी भी अन्य क्रेडिट कार्ड लेनदेन की तरह ही माना जाता है। किस्त की पूरी राशि उस महीने के कार्ड बिल में जोड़ दी जाती है। फिर आपको ब्याज से बचने के लिए नियत तारीख तक पूरा बिल चुकाना होगा। आपके होम लोन में कोई बदलाव नहीं होता। इसकी अवधि, EMI की राशि और ब्याज दर वही रहती है। बस भुगतान तरीका बदल जाता है।
पात्रता
किन्हें मिलती है यह सुविधा?
बैंक यह सुविधा केवल अपने कार्डधारकों को ही देते हैं, क्योंकि जोखिम को नियंत्रित करना आसान होता है और उन्हें आपके कार्ड की हिस्ट्री और भुगतान प्रक्रिया पहले से ही पता होती है। कार्ड से लोन की EMI भुगतान करने पर 45-50 दिनों तक का ब्याज-मुक्त अतिरिक्त समय मिलता है। यह लाभ तभी मिलता है, जब आप देय तिथि पर पूरा कार्ड बिल चुका देते हैं। इसमें थोड़ा-सा भी बकाया रह जाता है तो उस पर भारी ब्याज लगता है।
नुकसान
क्रेडिट स्कोर पर असर
होम लोन की EMI आमतौर पर ज्यादा होती है। हर महीने कार्ड से किस्त डालने से आपकी कार्ड लिमिट का एक बड़ा हिस्सा खत्म हो जाता है। क्रेडिट कार्ड का ज्यादा इस्तेमाल अक्सर क्रेडिट ब्यूरो को यह संकेत देता है कि आप अल्पकालिक ऋण पर बहुत ज्यादा निर्भर हैं। भले ही आप समय पर भुगतान करते हों, लेकिन हर महीने ज्यादा लिमिट का इस्तेमाल करने से क्रेडिट स्कोर गिर सकता है, जो नए लोन में परेशानी पैदा कर सकता है।
रिवॉर्ड्स पॉइंट
रिवॉर्ड्स पॉइंट का नहीं मिलता ज्यादा फायदा
EMI भुगतान के लिए कार्ड इस्तेमाल करने का एक और बड़ा कारण बड़े लेनदेन पर पॉइंट्स और कैशबैक का लालच है। हकीकत में ज्यादातर कार्ड या तो ऐसे भुगतानों पर कम पॉइंट्स देते हैं, रिवॉर्ड्स की संख्या सीमित कर देते हैं या पूरी तरह से हटा देते हैं। किसी बहुत ही तंग महीने में इस विकल्प का इस्तेमाल करना थोड़ी राहत की बात लग सकती है, लेकिन इसे आदत बनाना परेशानी पैदा कर सकता है।