फ्लिपकार्ट के कर्मचारियों को मिलेंगे 5,784 करोड़ रुपये नकद, जानें वजह
क्या है खबर?
फ्लिपकार्ट ने अपने कर्मचारियों को 5,784 करोड़ रुपये के नकद भुगतान की योजना बनाई है। कंपनी ये पैसा फोनपे के अलग होने के कारण कर्मचारियों के शेयर मूल्य को हुए नुकसान की भरपाई के लिए देगी।
प्रक्रिया जल्द ही पूरी होने वाली है और फ्लिकार्ट का IPO आने से पहले कंपनी का फाइनल बायबैक हो सकता है।
कर्मचारियों को वॉलमार्ट की मदद से पैसा दिया जाएगा। बता दें कि वॉलमार्ट ने 2018 में फ्लिपकार्ट को खरीद लिया था।
फ्लिपकार्ट
कर्मचारियों को ESOP की प्रत्येक यूनिट के लिए मिलेंगे लगभग 3,615 रुपये
कंपनी ने हाल ही में कहा था कि एंप्लॉयी स्टॉक ओनरशिप प्लान (ESOP) के जरिए शेयर रखने वाले फ्लिपकार्ट और उसके स्वामित्व वाली मिंत्रा कंपनी के वर्तमान और पूर्व कर्मचारियों को नुकसान के मुआवजे के रूप में भुगतान किया जाएगा।
इन कर्मचारियों को फ्लिपकार्ट में मौजूद ESOP की प्रत्येक इकाई के लिए लगभग 3,615 रुपये मिलेंगे।
फ्लिपकार्ट अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए जल्द ही IPO लाकर पब्लिक होने की तैयारी में है।
मुआवजा
31 जुलाई तक हो सकता है मुआवजे का भुगतान
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुआवजा देने की प्रक्रिया जल्द पूरी हो सकती है और इसके लिए फ्लिपकार्ट और मिंत्रा के पूर्व और वर्तमान कर्मचारियों को मेल भी भेज दिया गया है। बता दें कि मिंत्रा में लगभग 2,500 से 3,500 कर्मचारी हैं, जबकि फ्लिपकार्ट में 15,000 कर्मचारी हैं।
फ्लिपकार्ट ने 2016 में लगभग 165 करोड़ रुपये में फोनपे का अधिग्रहण किया था और यह कंपनी दिसंबर, 2022 तक फ्लिपकार्ट की सहायक कंपनी के रूप में काम करती रही है।
फोनपे
वॉलमार्ट के तहत काम कर रही हैं फोनपे और फ्लिपकार्ट
फोनपे के पास UPI पेमेंट में मूल्य के हिसाब से लगभग 50 प्रतिशत की बाजार हिस्सेदारी है और अपने पेमेंट बिजनेस को काफी तेजी से बढ़ाने में लगी है।
कारोबारियों को आकर्षित करने के लिए इसने हाल ही में प्वाइंट-ऑफ सेल (POS) डिवाइस में भी कदम रखने की घोषणा की है।
फोनपे और फ्लिपकार्ट अलग होने के बाद भी वॉलमार्ट के तहत काम करना जारी रखे हुए हैं।
वॉलमार्ट दोनों समूहों की अधिकांश शेयरधारक कंपनी है।
निवेश
फोनपे भी अगले साल तक ला सकती है IPO
फोनपे की शुरुआत फ्लिपकार्ट छोड़ने वाले 3 कर्मचारियों समीर निगम, राहुल चारी और बुर्जिन इंजीनियर ने की थी।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, अगले साल तक फोनपे भी अपना IPO लाने पर विचार कर रही है।
कंपनी का फोकस IPO से मिलने वाली रकम का इस्तेमाल अपनी फाइनेंशियल सर्विस को बढ़ाने और बैंकिंग सेक्टर में निवेश करने पर है।
फोनपे को नोटबंदी के बाद ऑनलाइन पेमेंट का इस्तेमाल बढ़ने के फायदा हुआ, लेकिन गूगल पे और अन्य से मुकाबला भी बढ़ा।