
क्या रियल-मनी गेमिंग बंद होने के बाद ड्रीम 11 करेगी छंटनी? CEO ने दिया जवाब
क्या है खबर?
देश में ऑनलाइन गेमिंग कानून बनने के बाद ऑनलाइन रियल-मनी गेमिंग (RMG) क्षेत्र की कंपनियों को बड़ा झटका लगा है। कानून की पालना में ड्रीम 11 ने रियल-मनी गेम प्लेटफॉर्म बंद कर दिया। इससे कंपनी के राजस्व को नुकसान होने के साथ कर्मचारियों को नौकरी जाने की आशंका पैदा हो गई है। उनकी इन चिंताओं को हाल ही में कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) हर्ष जैन ने एक साक्षात्कार में दूर कर दिया है।
बयान
छंटनी पर क्या बोले हर्ष जैन?
स्टोरीबोर्ड18 को दिए साक्षात्कार में CEO हर्ष जैन बताया कि इस कदम से देश के सबसे बड़े फैंटेसी स्पोर्ट्स ऑपरेटर ड्रीम 11 के राजस्व में लगभग 95 प्रतिशत की गिरावट आई। उन्होंने पुष्टि की है कि कंपनी के फ्री-टू-प्ले गेम्स की ओर रुख करने के बावजूद कोई छंटनी नहीं होगी। आगे कहा कि ड्रीम स्पोर्ट्स अपने विभिन्न प्लेटफॉर्म्स पर प्रतिभाओं की मजबूत आंतरिक मांग पर निर्भर है और सालों तक परिचालन बनाए रखने के लिए पर्याप्त नकदी भंडार रखता है।
योजना
घाटे से उबरने की यह है योजना
मनीकंट्रोल को दिए साक्षात्कार में कहा, "हमें किसी भी प्रकार की छंटनी करने में कोई रुचि नहीं है। यहां सभी प्रतिभाएं सुरक्षित हैं।" आगे कहा, "हम इस प्रतिभा के साथ खुद को इस गड्ढे से बाहर निकालने में रुचि रखते हैं। 95 प्रतिशत राजस्व के नुकसान से निपटने का एकमात्र तरीका नए उत्पाद बनाना है, जिनसे आप भविष्य में कमाई कर सकें।" कंपनी ने खेल जगत से जुड़ाव रखते हुए नई रणनीति ड्रीम 11 3.0 पेश की है।
कानून
सरकार इस कारण लेकर आई कानून
संसद में 21 अगस्त को ऑनलाइन गेमिंग संवर्धन एवं विनियमन विधेयक, 2025 पारित हो गया। यह नया कानून सभी RMG ऐप्स पर पूर्ण प्रतिबंध लगाता है। यह क्षेत्र लगभग 2,000 अरब रुपये का है और 2 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार देता है और सालाना लगभग 25,000 करोड़ रुपये का GST योगदान देता है। सरकार ने गेमिंग की लत, मनी लॉन्ड्रिंग और वित्तीय धोखाधड़ी जैसी चिंताओं का हवाला देते हुए इस कदम को उचित ठहराया।