कॉइनबेस ने भारत में रजिस्ट्रेशन फिर से किया शुरू, 2026 के लिए बनाई यह योजना
क्या है खबर?
क्रिप्टोकरेंसी कंपनी कॉइनबेस एक बार फिर भारत में अपनी सेवाएं शुरू कर रही है। इंडियन ब्लॉकचेन वीक (IBW) 2025 में कंपनी ने बताया कि अब भारतीय यूजर दोबारा उसके प्लेटफॉर्म पर साइनअप कर सकते हैं और क्रिप्टो ट्रेडिंग कर पाएंगे। कंपनी ने यह भी कहा कि वह 2026 में रुपये जमा करने की सुविधा लाने की योजना बना रही है। इससे डिजिटल एसेट खरीदना पहले से आसान हो जाएगा और यूजर्स को राहत मिलेगी।
विवाद
UPI विवाद और 2023 में लगी रोक
2022 में कंपनी ने UPI के जरिए क्रिप्टो लेनदेन शुरू करने की कोशिश की थी, लेकिन NPCI ने साफ किया कि क्रिप्टो ट्रांजैक्शन UPI के दायरे में नहीं आते हैं। इसके बाद कंपनी को जमा और निकासी रोकनी पड़ी। बढ़ते नियमों और जांच के चलते 2023 तक नए यूजर्स का साइनअप भी बंद कर दिया गया। इससे कई पुराने यूजर्स की ट्रेडिंग भी सीमित हो गई थी उस समय बाजार में अनिश्चितता बढ़ गई थी।
योजना
नियमों के साथ वापसी और आगे की योजना
अब कॉइनबेस नियमों के साथ भारत में दोबारा कदम बढ़ा रही है। कंपनी का कहना है कि भारत उसके लिए एक अहम बाजार है। मार्च में उसने फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट में रजिस्ट्रेशन पूरा कर लिया है। 2026 में फिएट ऑन रैंप शुरू होने से लोग सीधे रुपये से क्रिप्टो खरीद सकेंगे। इससे भारतीय यूजर्स के लिए प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल आसान और भरोसेमंद बनने की उम्मीद है और आने वाले समय में ट्रेडिंग के मौके भी बढ़ेंगे।