
चीन ने एनवीडिया H20 चिप्स को लेकर दी चेतावनी, जानिए क्यों
क्या है खबर?
चीन ने स्थानीय कंपनियों को सलाह दी है कि वे एनवीडिया के H20 प्रोसेसर का इस्तेमाल न करें। यह कदम अमेरिकी चिप निर्माता के चीन से होने वाले अरबों डॉलर के राजस्व पर असर डाल सकता है। रिपोर्ट के मुताबिक, हाल के हफ्तों में चीनी अधिकारियों ने सरकारी और निजी कंपनियों को नोटिस भेजकर सरकारी या राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े कार्यों के लिए H20 चिप्स के इस्तेमाल से बचने को कहा है।
सवाल
सरकारी नोटिस में पूछे गए सवाल
इन नोटिसों में कंपनियों से पूछा गया कि उन्होंने एनवीडिया H20 चिप्स को क्यों चुना, जब स्थानीय विकल्प उपलब्ध हैं। इसके साथ ही, यह भी जानना चाहा गया कि क्या घरेलू चिप्स से काम चल सकता है और क्या एनवीडिया हार्डवेयर में कोई सुरक्षा संबंधी खतरा पाया गया है। चीन पहले भी सुरक्षा कारणों से टेस्ला कारों, ऐपल के आईफोन और माइक्रोन टेक्नोलॉजी के चिप्स के इस्तेमाल को कुछ क्षेत्रों में प्रतिबंधित कर चुका है।
वजह
चीन ने ऐसा क्यों कहा?
बीजिंग के अधिकारियों को आशंका है कि एनवीडिया चिप्स में लोकेशन-ट्रैकिंग और रिमोट शटडाउन जैसी सुविधाएं हो सकती हैं, हालांकि एनवीडिया ने इसे नकारा है। इसके साथ ही, चीन चाहता है कि उसकी कंपनियां पश्चिमी चिप्स पर निर्भर रहने के बजाय घरेलू तकनीक अपनाएं। सरकार का लक्ष्य अपने चिप उद्योग को मजबूत करना और स्थानीय निर्माण को बढ़ावा देना है, ताकि तकनीकी आत्मनिर्भरता हासिल की जा सके और वैश्विक दबाव का असर कम किया जा सके।
असर
संभावित असर
चीन का यह रुख एनवीडिया और AMD जैसी कंपनियों के लिए दुनिया के सबसे बड़े सेमीकंडक्टर बाजार में कारोबार मुश्किल बना सकता है। यह कदम ऐसे समय आया है जब अमेरिका ने चीन को कुछ चिप्स की बिक्री फिर से शुरू करने की अनुमति दी थी। विशेषज्ञों का कहना है कि बीजिंग की यह नीति दिखाती है कि वह शुरू से ही वाशिंगटन को ऐसी रियायत देने के पक्ष में नहीं था, बल्कि घरेलू उद्योग को प्राथमिकता देना चाहता है।