भारत में आना चाहते हैं कनाडा और सिंगापुर के स्टार्टअप, कई ने दिखाई रुचि
क्या है खबर?
सिंगापुर और कनाडा के कई अंतरराष्ट्रीय स्टार्टअप भारतीय बाजार में दस्तक देने की मंशा कर रहे हैं। यह रुचि भारत के विशाल यूजर बेस, तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और फलते-फूलते स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र से उपजी है। संभावित स्टार्टअप्स ने हांगकांग साइंस एंड टेक्नोलॉजी पार्क्स कॉर्पोरेशन (HKSTP) की ओर से आयोजित EPIC 2025 वैश्विक पिच प्रतियोगिता के दौरान अपनी इच्छाएं व्यक्त की हैं। 1,200 आवेदनों में से 3 श्रेणियों-डिजिटल हेल्थ टेक, फिनटेक और ग्रीनटेक में 100 स्टार्टअप को चुना है।
EPIC
स्टार्टअप्स को मंच प्रदान करता है EPIC
वार्षिक EPIC कार्यक्रम स्टार्टअप संस्थापकों के लिए वैश्विक निवेशकों, कॉर्पोरेट भागीदारों और उभरते बाजारों के साथ बातचीत करने का एक मंच प्रदान करता है। HKSTP के अध्यक्ष सनी चाई ने मीडिया को दिए अपने बयान में इस आयोजन के महत्व पर जार दिया। उन्होंने कहा, "हम हांगकांग की कनेक्टिविटी को गति प्रदान कर रहे हैं।" चाई ने आगे कहा कि "EPIC 2025 इसका प्रमाण है, जहां उद्यमी उभरते बाजारों और उत्साही निवेशकों से जुड़ते हैं।"
रुचि
इन कंपनियों ने दिखाई रुचि
सिंगापुर स्थित NEU बैटरी मैटेरियल्स के संस्थापक और CEO ब्रायन ओह ने भारतीय बाजार में रुचि दिखाई। उन्होंने कहा कि बैटरी रीसाइक्लिंग वैश्विक समस्या है और उनकी कंपनी अपनी प्रक्रिया और तकनीक से इसका समाधान करना चाहती है। ओह ने बताया कि भारत में दोपहिया और तिपहिया वाहनों की बड़ी संख्या है, जो इसे बैटरी रीसाइक्लिंग के लिए एक आकर्षक बाजार बनाती है। सिंगापुर की बेली और कनाडा की KA इमेजिंग भी भारत में प्रवेश की संभावनाएं तलाश रही हैं।