बायजू रवींद्रन अमेरिकी कोर्ट में 220 अरब रुपये हर्जाना मांगने की कर रहे हैं तैयारी
क्या है खबर?
बायजू के संस्थापक बायजू रवींद्रन अब एक अमेरिकी कोर्ट में नए सबूतों के साथ 2.5 अरब डॉलर (करीब 220 अरब रुपये) का हर्जाना मांगने की तैयारी कर रहे हैं। उनका कहना है कि ये नए सबूत ग्लास ट्रस्ट के उन आरोपों को गलत साबित करेंगे, जिनमें कहा गया था कि कंपनी के फाउंडर्स ने अल्फा फंड्स में से लगभग 53.3 करोड़ डॉलर (करीब 4,770 करोड़ रुपये) का गलत इस्तेमाल किया था।
मामला
क्या है मामला?
मामला तब शुरू हुआ जब अमेरिकी बैंकरप्सी कोर्ट ने कहा कि बायजू रवींद्रन ने 2021 में लिए गए लगभग 100 अरब रुपये के लोन से जुड़े पैसों की जानकारी देने में ठीक तरह से मदद नहीं की। रवींद्रन जरूरी कागजात समय पर जमा नहीं कर पाए, इसलिए कोर्ट ने बिना उनकी बात सुने उनके खिलाफ फैसला सुना दिया। हालांकि, रवींद्रन का कहना है कि कोर्ट ने उन्हें अपना अमेरिकी वकील तैयार करने के लिए 30 दिन ही नहीं दिए।
दावा
रवींद्रन ने किया यह दावा
रवींद्रन का कहना है कि पूरे पैसे का साफ-सुथरा हिसाब है और कोई पैसा गलत तरह से इस्तेमाल नहीं हुआ। उनका दावा है कि 47.9 करोड़ डॉलर लोन देने वाली कंपनी OCI से रेवरे कैपिटल और फिर कई बायजू ग्रुप कंपनियों के जरिए थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड तक पहुंचे थे। इन पैसों का इस्तेमाल साल 2021 में किए गए 3 अरब डॉलर (लगभग 270 अरब रुपये) के अधिग्रहणों में हुआ, जिनमें आकाश एजुकेशनल सर्विसेज भी शामिल थी।