बजट 2024: काशी विश्वनाथ की तरह महाबोधि में बनेगा कॉरिडोर, राजगीर-नालंदा के लिए भी ऐलान
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बजट में बड़े ऐलान किए हैं। वित्त मंत्री ने कहा कि काशी विश्वनाथ की तरह महाबोधि मंदिर में भी कॉरिडोर बनाया जाएगा। इसके अलावा धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राजगीर, गया, काशी और नालंदा पर जोर दिया जाएगा। नालंदा विश्वविद्यालय के निर्माण के साथ ही नालंदा को भी पर्यटक केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा।
धार्मिक पर्यटन हमारी सभ्यता का हिस्सा- वित्त मंत्री
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, "पर्यटन हमेशा से हमारी सभ्यता का हिस्सा रहा है। भारत को वैश्विक गंतव्य के रूप में स्थापित करने के हमारे प्रयासों से रोजगार के अवसर पैदा होंगे और अन्य क्षेत्रों में भी अवसर खुलेंगे। मैं प्रस्ताव करती हूं कि बिहार में राजगीर और नालंदा के लिए एक व्यापक विकास पहल की जाएगी। हम ओडिशा में पर्यटन को बढ़ावा देंगे, जिसमें प्राकृतिक सुंदरता, मंदिर, शिल्पकला, प्राकृतिक परिदृश्य, वन्यजीव अभयारण्य और प्राचीन समुद्र तट हैं।"
क्यों खास हैं महाबोधि और विष्णुपद मंदिर?
महाबोधि मंदिर सबसे प्राचीन बौद्ध मंदिरों में से एक है। इसका निर्माण सम्राट अशोक ने तीसरी शताब्दी पूर्व में कराया था। मंदिर की ऊंचाई 52 मीटर है, जिसमें भगवान बुद्ध की सोने से बनी मूर्ति स्थापित है। बोधगया में ही भगवान बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी UNESCO ने महाबोधि विहार को विश्व धरोहर घोषित किया है। बिहार के गया में स्थित विष्णुपद मंदिर का पुनर्निमाण 18वीं सदी में महारानी अहिल्याबाई ने कराया था।