अडाणी के बाद बजाज समूह भी स्वास्थ्य क्षेत्र में करेगा हजारों करोड़ रुपये का निवेश
क्या है खबर?
अडाणी समूह के समान बजाज समूह भारत में अस्पतालों की एक नई श्रृंखला शुरू करने के लिए 10,000 करोड़ रुपये का शुरुआती निवेश करेगा।
यह निवेश चरणों में किया जाएगा, जिससे किफायती और उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं विकसित की जा सकेंगी। यह फैसला भारतीय स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र की तेजी से बढ़ती जरूरतों को देखते हुए लिया गया है।
हालांकि, इस मामले पर बजाज समूह ने कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है।
स्वास्थ्य क्षेत्र
भारतीय स्वास्थ्य क्षेत्र में बढ़त
बजाज का यह कदम भारत में बढ़ते स्वास्थ्य सेवा बाजार के अनुरूप है।
देश में संपत्ति और बीमा कवरेज बढ़ रहा है, जिससे लोगों की स्वास्थ्य सुविधाओं की मांग भी तेजी से बढ़ रही है। भारत की सबसे बड़ी निजी अस्पताल श्रृंखला अपोलो हॉस्पिटल्स ने 2024 में 190 अरब रुपये का राजस्व कमाया।
अन्य अस्पताल कंपनियों, जैसे मैक्स हेल्थकेयर, के शेयरों में भी इस साल वृद्धि हुई है, जिससे पता चलता है कि स्वास्थ्य क्षेत्र में निवेश बढ़ रहा है।
विस्तार
बजाज का नया विस्तार
बजाज समूह की स्थापना 1926 में हुई थी और यह मोटरसाइकिल, बीमा और वित्तीय सेवाओं में बड़ा नाम है।
अस्पताल व्यवसाय की जिम्मेदारी नीरव बजाज संभालेंगे, जो बजाज ऑटो के चेयरमैन नीरज बजाज के बेटे हैं।
समूह पहले से ही हेल्थ इंश्योरेंस और टेलीमेडिसिन जैसी सेवाओं में सक्रिय है। बजाज का यह नया कदम स्वास्थ्य सेवा में उसकी मौजूदगी को और मजबूत करेगा।
हालांकि, अभी यह साफ नहीं है कि अस्पतालों की यह श्रृंखला कब से शुरू होगी।
योजना
क्या है अडाणी समूह की योजना?
अडाणी समूह ने अमेरिका की मेयो क्लिनिक के साथ मिलकर भारत में 2 बड़े हेल्थ कैंपस खोलने की घोषणा की है।
इस प्रोजेक्ट को 'अडाणी हेल्थ सिटी' नाम दिया गया है। अहमदाबाद और मुंबई में बनने वाले इन कैंपस में 1,000 बेड वाले मल्टी-सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल होंगे।
इस पहल का मकसद लोगों को किफायती और विश्वस्तरीय चिकित्सा सुविधाएं देना है। इसके साथ ही, इसमें मेडिकल एजुकेशन और रिसर्च को भी काफी बढ़ावा दिया जाएगा।