भारत में ऐपल पे और कार्ड के लिए बातचीत फिर शुरू, जल्द हो सकती है शुरुआत
क्या है खबर?
ऐपल भारतीय बाजार में अपनी पेमेंट सर्विस ऐपल पे लॉन्च कर सकती है।
एक रिपोर्ट में मामले से परिचित 2 लोगों के हवाले से बताया गया कि कंपनी ने हाल में भारतीय नियामकों और अधिकारियों से बातचीत की है। उनके मुताबिक, ऐपल पे के लॉन्च के लिए जल्द ही नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NCPI) के साथ भी बातचीत की योजना है।
अभी पेमेंट सर्विस के क्षेत्र में वॉलमार्ट के फोनपे, गूगल के जीपे और पेटीएम का दबदबा है।
रिपोर्ट
ये है ऐपल का प्लान
रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी ऐपल पे के एक स्थानीय वर्जन पर काम कर रही है, जो भारत में एक लोकप्रिय भुगतान मोड UPI के जरिए काम करता है।
ऐपल चाहती है कि भारत में आईफोन ग्राहक किसी अन्य ऐप का उपयोग किए बिना QR कोड को स्कैन कर UPI पेमेंट कर सकें।
जानकारी के मुताबिक, कंपनी पिछले कुछ वर्षों से ऐपल पे को लॉन्च करने का प्रयास कर रही है और यह कंपनी की लगभग 6 साल पुरानी योजना है।
आईफोन
अभी तय नहीं है लॉन्च की तारीख
रिपोर्ट में मामले से परिचित एक व्यक्ति के हवाले से कहा गया कि कुछ भारतीय अधिकारियों के साथ अपनी हाल की बातचीत में ऐपल ने सुझाव दिया कि आईफोन पर UPI ऑथेंटिकेशन के लिए ऐपल पे में फेस ID का उपयोग करने की क्षमता हो सकती है।
हालांकि, कंपनी ने अभी इस सर्विस की लॉन्च तारीख पर अंतिम निर्णय नहीं लिया है और यह लॉन्च अभी कुछ तिमाही टल भी सकता है।
जानकारी
पहले से मौजूद पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर को नहीं है बड़ा खतरा
ऐपल पे को बाजार में पहले से मौजूद पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर के लिए कोई बड़ा खतरा नहीं माना जा रहा है। दरअसल, भारत में बहुत कम लोग आईफोन इस्तेमाल करते हैं और 90 प्रतिशत लोग एंड्रॉयड स्मार्टफोन यूजर हैं।
कार्ड
"ऐपल कार्ड" पर भी चल रही है बात
मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ऐपल भारत में अपना क्रेडिट कार्ड लॉन्च करने के लिए भी बैंको और नियामकों से बातचीत कर रही है।
इस क्रेडिट कार्ड को "ऐपल कार्ड" कहा जाता है।
सूत्रों के मुताबिक, क्रेडिट कार्ड के लिए ऐपल की बात HDFC बैंक से चल रही है।
कंपनी अभी अमेरिका में टाइटेनियम धातु का बना प्रीमियम क्रेडिट कार्ड चलाती है। ये कार्ड गोल्डमैन सैक्स और मास्टरकार्ड के साथ साझेदारी में लॉन्च किया गया था।
वजह
ये है वजह
माना जा रहा है कि ऐपल जापान और अन्य यूरोपीय देशों से पहले भारत में ऐपल कार्ड इसलिए भी लॉन्च करने की तैयारी में है क्योंकि कंपनी वर्तमान में भारत में ऐप आदि खरीदने पर कार्ड पेमेंट नहीं लेती।
दरअसल, कुछ समय पहले ही भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने कहा कि थर्ड पार्टी वेबसाइटों को अपने प्लेटफॉर्म पर ग्राहकों की कार्ड डिटेल सेव नहीं करनी चाहिए और सारा भुगतान डाटा भारतीय सर्वर पर ही स्टोर करना होगा।