
एयर इंडिया विमान दुर्घटना पीड़ितों के परिवारों ने बोइंग और हनीवेल पर किया मुकदमा
क्या है खबर?
अहमदाबाद में इस साल जून में एयर इंडिया फ्लाइट 171 के दुर्घटनाग्रस्त होने पर मारे गए 4 यात्रियों के परिवारों ने अमेरिका में मुकदमा दायर किया है। उन्होंने मुकदमे में विमान निर्माता बोइंग और पुर्जे बनाने वाली कंपनी हनीवेल पर लापरवाही का आरोप लगाया है। अहमदाबाद से उड़ान भरने के कुछ समय बाद ही बोइंग 787 विमान लंदन जाते समय गिर गया था। इस हादसे में 229 यात्री, 12 क्रू सदस्य और 19 जमीन पर मौजूद लोग मारे गए थे।
आरोप
मुकदमे में लगाए गए आरोप
परिवारों का कहना है कि दोषपूर्ण ईंधन स्विच दुर्घटना का कारण बना। मुकदमे में आरोप लगाया गया है कि बोइंग और हनीवेल को पहले से इस खतरे की जानकारी थी, फिर भी उन्होंने कुछ नहीं किया। 2018 में अमेरिकी संघीय उड्डयन प्रशासन ने ऑपरेटरों को ईंधन स्विच के लॉकिंग तंत्र की जांच करने की सलाह दी थी, पर इसे अनिवार्य नहीं किया। परिवारों ने कहा कि कंपनियों ने जोखिम जानते हुए भी चेतावनी देने और सुधार करने में लापरवाही की।
प्रतिक्रिया
जांच और कंपनियों की प्रतिक्रिया
अमेरिकी संघीय उड्डयन प्रशासन का कहना है कि बोइंग विमानों में ईंधन नियंत्रण स्विच सुरक्षित हैं। बोइंग ने इस मामले पर टिप्पणी नहीं की और भारत की विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो की शुरुआती रिपोर्ट का हवाला दिया। रिपोर्ट के अनुसार, स्विच गलती से 'रन' से 'कट-ऑफ' पर चला गया, जिससे विमान का थ्रस्ट खत्म हो गया। परिवारों ने कहा कि यह डिजाइन दोष था और कंपनियों ने प्रतिस्थापन पुर्जे उपलब्ध कराने या निरीक्षण को अनिवार्य बनाने का कदम नहीं उठाया।