होंडा और निसान के बीच विलय की बातचीत किन वजहों से हुई रद्द?
क्या है खबर?
होंडा और निसान ने घोषणा की है कि वे विलय की बातचीत को समाप्त कर रहे हैं।
दोनों कंपनियों ने मित्सुबिशी के साथ मिलकर प्रतिस्पर्धा का सामना करने के लिए मजबूत व्यापारिक गठजोड़ बनाने की योजना बनाई थी।
हालांकि, अब वे रणनीतिक साझेदारी के तहत इलेक्ट्रिक वाहनों पर काम करेंगे। कंपनियों ने कहा कि वे इलेक्ट्रिक और इंटेलिजेंट वाहनों के क्षेत्र में सहयोग जारी रखेंगे।
इससे निसान और होंडा को वैश्विक बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करने में मदद मिलेगी।
वजह
विलय की बातचीत क्यों रद्द हुई?
इस विलय को लेकर महीनों से बातचीत चल रही थी, लेकिन कई कारणों से इसे रद्द कर दिया गया।
मुख्य कारण यह था कि दोनों कंपनियां अपनी स्वतंत्र रणनीतियों पर जोर देना चाहती थीं। होंडा के CEO तोशीहिरो मिबे ने कहा कि चीन की बढ़ती प्रतिस्पर्धा से निपटने के लिए उन्हें अलग-अलग काम करने की जरूरत है।
निसान अमेरिका और चीन में बिक्री में गिरावट का सामना कर रही है, जिससे वह नई साझेदारियों को लेकर सतर्क हो गई है।
भविष्य
फॉक्सकॉन हो सकता है नया निवेशक
ताइवान की टेक कंपनी फॉक्सकॉन, निसान में संभावित निवेशक के रूप में उभर रही है।
फॉक्सकॉन के चेयरमैन यंग लियू ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वे निसान के शेयर खरीदने पर विचार करेंगे। इलेक्ट्रिक कार बाजार में BYD जैसी चीनी कंपनियों का दबदबा बढ़ रहा है, जिससे पारंपरिक कार कंपनियों के लिए प्रतिस्पर्धा करना मुश्किल हो गया है।
निसान को भी अपने घाटे से उबरने के लिए नए निवेशकों और साझेदारियों की तलाश है।