टायर के खराब सेंसर के साथ क्यों नहीं चलानी चाहिए कार? जानिए क्या होंगे नुकसान
क्या है खबर?
टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS) कभी महंगी गाड़ियों का हिस्सा होता था, लेकिन अब भारत में आने वाले ज्यादातर मॉडल्स में पेश किया जा रहा है। यह सेंसर टायर में हवा के दबाव की रियल टाइम जानकारी प्रदान करता है। इससे टायर्स को बेहतर स्थिति में रखने के साथ सुरक्षा भी मिलती है। इस सेंसर में कोई गड़बड़ी हो जाए तो कई तरह की परेशानी आ सकती हैं। आइए जानते हैं खराब TPMS किस तरह का नुकसान पहुंचा सकता है।
TPMS
क्या होता है TPMS?
TPMS कई सेंसर, रिसीवर और डिस्प्ले यूनिट से मिलकर बना होता है और हर टायर के वाल्व स्टेम से कनेक्टेड होता है या प्रेशर वाल्व के अंदर फिट होता है। यह लगातार टायर्स के एयर प्रेशर को मॉनिटर करते हैं। जैसे ही सेंसर टायर के दबाव में तेज बदलाव का पता लगाता है, वह 'अलर्ट मोड' पर चला जाएगा। सेंसर हर सेकेंड एक सिग्नल भेजेगा। टायर का दबाव कम होते ही डैशबोर्ड पर TPMS वॉर्निंग लाइट जल उठेगी।
कारण
इस कारण आ सकती है खराबी
यह सेंसर इसमें लगी बैटरी खराब होने के कारण, वाल्व स्टेम के अंदरूनी हिस्से में गंदगी जमा होने या जंग खाने या टायर बदलने के दौरान खराब हो सकता है। जब आप अपनी कार स्टार्ट करते हैं, तो दूसरे इंडिकेटर्स के साथ TPMS लाइट जलना सामान्य बात है, लेकिन यह कुछ देर बाद बंद हो जाती है। अगर, लगातार जलती रहती है और बल्ब चेक करने के बाद भी चमकती है तो यह सेंसर में खराबी का संकेत है।
नुकसान
क्या होते हैं खराब सेंसर के नुकसान?
खराब TPMS सेंसर टायर के कम दबाव का पता नहीं लगा पाता। यह गलत जानकारी भेजेगा या कोई अलर्ट ही नहीं देगा, जिससे आपको अपने टायरों की स्थिति के बारे में गुमराह किया जा सकता है। सही अलर्ट नहीं मिलने पर कम एयर प्रेशर या पंक्चर टायर के साथ गाड़ी चला सकते हैं, जो दुर्घटना की संभावना बढ़ाने के साथ-साथ घर्षण प्रतिरोध बढ़ने से माइलेज भी कम कर देता है। इससे टायर की लाइफ भी कम हो जाती है।