कार के टायर्स का रोटेशन कराना होता है जरूरी, जानिए क्या है इसके फायदे
क्या है खबर?
समय के साथ-साथ कार के टायर घिसने लगते हैं, जो इसके प्रदर्शन को प्रभावित करते हैं। उनकी उम्र बढ़ाने और प्रभावशीलता को बेहतर बनाने के लिए नियमित रूप से टायर्स को बदलना जरूरी है। टायर रोटेनशन इनके रखरखाव का सबसे आम और प्रभावी तरीकों में से है। इसमें टायरों को आगे-पीछे और दिशा बदलकर लगाया जाता है। इससे घिसावट को समान रूप से वितरित करने में मदद मिलती है। आइये जानते हैं टायर रोटेशन के क्या-क्या फायदे हैं।
पकड़
सड़क पर मिलती है बेहतर पकड़
पैसों की बचत: वजन के वितरण और ड्राइविंग की आदतों के कारण टायर्स में घिसावट असमान होती है। रोटेशन से घिसावट चारों पर समान रूप से वितरित होती है, जिससे उनका जीवनकाल बढ़ जाता है। इससे काफी पैसों की बचत होती है। बेहतर कर्षण और पकड़: घिसे हुए टायर की पकड़ कम हो जाती है, जिससे गाड़ी चलाने और ब्रेक लगाने में दिक्कत आ सकती है। रोटेशन पकड़ और सड़क से घर्षण बढ़ जाता है और प्रदर्शन सुधरता है।
माइलेज
माइलेज में ऐसे होता है सुधार
बेहतर माइलेज: असमान घिसे टायर्स का रोलिंग प्रतिरोध बढ़ जाता है, जिससे कार को गति बनाए रखने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है, जिससे ज्यादा ईंधन की खपत होती है। राेटेशन से असमान घिसाव कम होने के साथ रोलिंग प्रतिरोध कम होता है और माइलेज बेहतर बनता है। आरामदायक सवारी: उबड़-खाबड़ टायर्स के कारण गाड़ी काफी उछलती है। रोटेशन से टायर एक जैसे घिसेंगे और संतुलन बना रहता है, जिससे आपको आरामदायक और सुखद ड्राइविंग अनुभव मिलता है।
पहचान
व्हील अलाइनमेंट की हो जाती है पहचान
व्हील अलाइनमेंट समस्या की पहचान: सही अलाइनमेंट के लिए एक समान घिसाव और स्थिर संचालन आवश्यक है। रोटेशन से अलाइनमेंट संबंधी समस्याओं का शुरुआती दौर में ही पता लगाया जा सकता है। इससे सस्पेंशन को होने वाले नुकसान को रोका जा सकता है। वारंटी अवधि में वृद्धि: रिप्लेसमेंट का दावा करने के लिए आपको उनके रखरखाव संबंधी सुझावों का पालन करना होगा, जिनमें नियमित रोटेशन शामिल होता है। इनका पालन करके आप टायर वारंटी का अधिकतम लाभ उठा सकते हैं।
हादसा
हादसे की संभावना होती है कम
दुर्घटनाओं का खतरा: कम गहराई वाले ट्रेड और घिसे हुए टायर कार की सड़क पर पकड़ को काफी हद तक प्रभावित कर सकते हैं। इससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। नियमित रोटेशन से इनकी मजबूती बनी रहती है, जिससे फटने और अचानक खराब होने की संभावना कम हो जाती है। पूर्वानुमानित संचालन: टायर्स को बदलते रहने से मोड़ लेते समय और लेन बदलते समय बेहतर स्थिरता और पूर्वानुमानित प्रतिक्रिया मिलती है।