टोल टैक्स भुगतान ही नहीं और भी कई काम आता है फास्टैग, जानिए अन्य फायदे
क्या है खबर?
फास्टैग का इस्तेमाल आमतौर पर टोल प्लाजा पर टोल टैक्स का भुगतान करने के लिए किया जाता है। 2014 में शुरू हुई इस सुविधा ने टोल वसूली प्रक्रिया को आसान बना दिया। इसके साथ ही इसने टोल प्लाजा पर लगने वाला समय को भी काफी घटा दिया। अब यह केवल टोल वसूली तक सीमित नहीं है। इसका उपयोग और भी कई कामों के लिए किया जा सकता है। आइये जानते हैं फास्टैग का इस्तेमाल कहां-कहां और किया जा सकता है।
तरीका
कैसे काम करता है फास्टैग?
फास्टैग रेडियो-फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) तकनीक का उपयोग करता है। यह स्टिकर वाहन के विंडशील्ड पर चिपकाया जाता है। इसमें एक विशिष्ट पहचान कोड होता है जो फास्टैग अकाउंट से जुड़ा होता है। यह अकाउंट किसी बैंक या डिजिटल वॉलेट जैसे वित्तीय प्लेटफॉर्म से जुड़ा होता है। जैसे ही वाहन टोल प्लाजा के पास पहुंचता है, ऊपर लगे RFID एंटेना स्टिकर से संचार करते हैं और टोल शुल्क ऑटोमैटिक फास्टैग अकाउंट से कट जाता है।
भुगतान
ये भुगतान भी आसान बनाता है फास्टैग
पार्किंग शुल्क भुगतान: इसकी मदद से आप मॉल, हवाई अड्डे या मेट्रो स्टेशन पर पार्किंग शुल्क का भुगतान कर सकते हैं। इसके लिए कतार में खड़े रहकर पार्किंग टिकट लेने की जरूरत नहीं है। यह अपने आप फास्टैग अकाउंट से शुल्क काट लेता है। ईंधन का भुगतान: फास्टैग चुनिंदा पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल-डीजल का भुगतान करने की सुविधा देता है। ई-चालान का भुगतान: कुछ शहरों में यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर जुर्माने फास्टैग अकाउंट से ऑटोमैटिक कट जाता है।
ट्रैकिंग
वाहन ट्रैकिंग में है मददगार
वाहन ट्रैकिंग: फास्टैग के माध्यम से किए गए किसी भी भुगतान पर आपको काटी गई राशि और काटी गई जगह की सूचना मिलेगी। इससे आपको यह ट्रैक करने में मदद मिलती है कि आपका वाहन कहां-कहां गया है। बीमा प्रीमियम में एडजेस्टमेंट: इसके माध्यम से वाहन के उपयोग और यात्रा पैटर्न के बारे में एकत्रित किए गए डाटा के आधार पर बीमा कंपनियां कम माइलेज वाले ड्राइवर्स को सही प्रीमियम या छूट प्रदान कर सकती हैं।