इलेक्ट्रिक स्कूटरों में क्यों लगती है आग? बचाव के लिए अपनाएं ये आसान टिप्स
पिछले एक हफ्ते में देश में ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं जब इलेक्ट्रिक स्कूटरों में अपने आप आग लग गई। कुछ दिन पहले पुणे में ओला के एक स्कूटर में आग लगने का वीडियो सामने आया था और ओकिनावा के स्कूटर में भी आग लग चुकी है। इस मामले में सरकार ने भी जांच के आदेश दिए हैं। इसलिए ये जानना बेहद जरूरी है कि इलेक्ट्रिक स्कूटरों में आग क्यों लगती है और इसे कैसे बचाया जाए।
सरकार दे चुकी है जांच के आदेश
आग लगने की घटना को गंभीरता से लेते हुए सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने मंगलवार को इलेक्ट्रिक स्कूटरों में आग लगने की हालिया घटनाओं की जांच के आदेश दिए। मंत्रालय ने कंपनियों से इसके कारण भी पूछा है। सरकार ने मंगलवार को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन के तहत आने वाले सेंटर फॉर फायर, एक्सप्लोसिव एंड एनवायरनमेंट सेफ्टी को उन परिस्थितियों की जांच करने और इसके बचाव के उपायों का सुझाव देने के लिए कहा है।
क्यों लगती है इलेक्ट्रिक स्कूटरों में आग?
विशेषज्ञों के मुताबिक, किसी भी इलेक्ट्रिक स्कूटर में लिथियम-आयन बैटरी के क्षतिग्रस्त होने या फिर शॉर्ट सर्किट होने पर आग लग सकती है। बैटरी में भी आग लगने के दो प्रमुख कारण होते हैं। पहला बैटरी के मैन्युफैक्चरिंग में खराबी के कारण आग लग सकती है और दूसरा अधिक गर्मी भी आग लगने का कारण बन सकती है। इनसे बैटरी में थर्मल रनवे हो सकता है, इससे बड़ा शार्ट हो सकता है और यही आग का कारण बनता है।
बैटरी में आग लगने के चेतावनी संकेत
लिथियम-आयन बैटरी में आग लगने की स्थिति में कुछ संकेत अनुभव हो सकते हैं। बैटरी बहुत ज्यादा गर्म या फूल सकती है। इसके साथ ही बैटरी का रंग फीका पड़ सकता है या इसमें से धुंआ निकलना शुरू हो सकता है।
ऐसे करें इलेक्ट्रिक स्कूटर का बचाव
इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने की घटनाएं बहुत दुर्लभ होती हैं। हालांकि, आग के जोखिम को कम करने के लिए आप इन आसान टिप्स को अपना सकते हैं। इलेक्ट्रिक वाहनों को चलाने के बाद तुरंत चार्ज नहीं करना चाहिए, क्योंकि उस समय बैटरी बैटरी गर्म रहती है और आग लगने का खतरा रहता है। चार्ज करने से पहले बैटरी को ठंडा होने दें और फिर चार्ज करें। अगर स्कूटर में रिमूवल बैटरी दिया गया है तो इसे निकालकर चार्ज करें।
इन बातों का ध्यान रखना भी है जरूरी
सिर्फ उसी बैटरी का इस्तेमाल करें जिसे वाहन के लिए डिजाइन किया गया है। सस्ती और खराब गुणवत्ता वाली बैटरी का इस्तेमाल करने से इलेक्ट्रिक वाहन को नुकसान हो सकता है। साथ ही, इससे आग लगने का भी खतरा रहता है। वाहन को केवल निर्माता द्वारा दिए गए चार्जर से ही चार्ज करें। अपने EV को सीधे धूप में लंबे समय तक पार्क न करें। वहीं, पूरी तरह चार्ज होने पर बैटरियों को उनके चार्जर से हटा दें।
बैटरी की करें जांच
इस्तेमाल करने से पहले बैटरियों की जांच करें कि कहीं इन्हें कोई नुकसान तो नहीं पहुंचा है। यदि कोई दिक्कत समझ में आती है तो निर्माता को इसकी सूचना दें। यदि बैटरी बहुत ज्यादा गर्म लग रही है तो बैटरी का इस्तेमाल करने से बचें।
इन बातों का ध्यान रखने की सलाह देती हैं कंपनियां
कंपनी द्वारा यह सलाह दी जाती है कि कभी भी अपनी बैटरी का चार्ज कम ना होने दें। यह बैटरी और स्कूटर दोनों को नुकसान पहुंचा सकता है। वहीं, तेज धूप और बारिश के संपर्क में आने से बैटरी और इलेक्ट्रिक मोटर को नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए इसे खुले में पार्क करने से बचें। यदि आपका स्कूटर तीन सफ्ताह से अधिक समय तक उपयोग नहीं किया जाएगा तो सुनिश्चित करे कि 50 प्रतिशत बैटरी चार्ज बनाए रखें।