
कार में क्या काम आता है इंजन इंमोबिलाइजर? जानिए कैसे करता है काम
क्या है खबर?
हर किसी को अपनी कार की बेहद परवाह होती है। इसे चोरी से बचाने के लिए कई तरह के इंतजाम करते हैं। ऐसे ही इंतजाम कार कंपनियां भी करती हैं। इनमें से एक ऐसी ही तकनीक है इंजन इंमोबिलाइजर। वैसे तो ये हर कार में यह आपको देखने को मिलेगा, लेकिन कम लोगों को इसकी खासियत के बारे में पता होता है। आइए हम बताते हैं इंजन इंमोबिलाइजर क्या होता है और यह कार की सुरक्षा को कैसे बढ़ाता है।
इंजन इम्मोबिलाइजर
क्या होता है इंजन इम्मोबिलाइजर?
इंजन इम्मोबिलाइजर एक इलेक्ट्रॉनिक सेफ्टी सिस्टम है, जिसे इंजन के अनाधिकृत स्टार्ट को रोकने के लिए डिजाइन किया है। पारंपरिक कार अलार्म ध्वनि और रोशनी के जरिए चोरी रोकते हैं। इसके विपरीत, यह गुप्त रूप से काम करता है और सही चाबी का उपयोग न करने पर इग्निशन सिस्टम या फ्यूल इंजेक्शन जैसे कंपोनेंट को निष्क्रिय कर देता है। यह डैशबोर्ड या ड्राइवर साइड गेट पर लॉक करने के बाद लाल रंग की छोटी-सी लाइट के रूप में दिखता है।
तरीका
कैसे काम करता है यह फीचर?
यह फीचर चाबी में लगी एक कोडेड चिप पर निर्भर करता है, जिसे ट्रांसपोंडर चिप कहा जाता है। जब इग्निशन में सही चाबी डालते हैं या की-फॉब का उपयोग करते हैं तो इम्मोबिलाइजर सिस्टम चिप से विशिष्ट कोड पहचान लेता है। इम्मोबिलाइजर यूनिट और चाबी सुरक्षित कोड का आदान-प्रदान करते हैं। अगर, सही कोड सत्यापित हो जाता है तो इंजन चालू हो जाता है। किसी अनधिकृत चाबी या तरीके का उपयोग किया जाता है तो इंजन चालू नहीं हो पाएगा।
फायदे-नुकसान
फीचर के ये हैं फायदे और नुकसान
इसके फायदों की बात करें तो इंजन इम्मोबिलाइजर इग्निशन सिस्टम को बायपास करना लगभग असंभव बनाकर कार चोरी को काफी हद तक रोकता है। इस सुरक्षा सुविधा के साथ आप कार को अपरिचित स्थानों पर भी आत्मविश्वास के साथ पार्क कर सकते हैं। इसके कुछ नुकसान भी हैं। अगर, चाबी खो जाए या क्षतिग्रस्त हो जाए तो मैकेनिक की सहायता लेनी पड़ती है, जो काफी खर्चीला होता है। इसमें इलेक्ट्रिक समस्या होने पर इंजन स्टार्ट में समस्या आ सकती है।