मुंबई में प्रति किलोमीटर पर सबसे ज्यादा कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ रहे वाहन
क्या है खबर?
मुंबई प्रति किलोमीटर सड़क पर कार्बन डाइऑक्साइड (CO₂) उत्सर्जन के मामले में भारत का सबसे अधिक उत्सर्जन वाला शहर बन गया है, जिसका मुख्य कारण वाहनों का उच्च घनत्व है। चेन्नई, बेंगलुरु, पुणे और चंडीगढ़ सहित अन्य शहर भी उच्च घनत्व और उच्च उत्सर्जन श्रेणी में आते हैं, हालांकि उनका उत्सर्जन स्तर मुंबई की तुलना में काफी कम था। दिल्ली प्रति किलोमीटर उत्सर्जन के मामले में मध्य-उच्च श्रेणी में रहा, जबकि गुवाहाटी, इंदौर और जयपुर निम्न श्रेणी में हैं।
अन्य प्रदूषक
अन्य प्रदूषकों का भी किया गया अध्ययन
मुंबई प्रति किलोमीटर उत्सर्जन में शीर्ष पर रहा, वहीं दिल्ली और बेंगलुरु देशभर में कुल सड़क यातायात CO₂ उत्सर्जन में 3 सबसे बड़े योगदानकर्ताओं में शामिल हैं। CO₂ के अलावा, अध्ययन में नाइट्रोजन ऑक्साइड (NOx) और कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) को सभी शहरों में सड़क परिवहन द्वारा उत्सर्जित प्रमुख प्रदूषकों के रूप में पहचाना गया। मुंबई, दिल्ली, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद और पुणे में गुवाहाटी, मंगलुरु और तिरुप्पुर की तुलना में इन प्रदूषकों का स्तर अधिक दर्ज किया गया।
उत्सर्जन
किस शहर में कितना रहा उत्सर्जन?
मुंबई में वाहन घनत्व 9.5-10 वाहन प्रति किलोमीटर है, जबकि यहां प्रति किलोमीटर CO₂ का उत्सर्जन 5-6 टन है। हैदराबाद, कोलकाता, वडोदरा में 8-8.9 वाहन प्रति किलोमीटर है, जबकि यहां उत्सर्जन 4-4.5 टन/किमी है। इसके साथ ही दिल्ली में वाहनों का घनत्व प्रति किमी 8.3-8.5 वाहन और उत्सर्जन 4 टन/किमी है। इसके अलावा चंडीगढ़ में प्रति किलोमीटर कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन 5 टन से थोड़ा अधिक, चेन्नई, पुणे में 5 टन के करीब, बेंगलुरु में 5 टन से कम है।