इलेक्ट्रिक वाहन अपनाने में उत्तर प्रदेश सबसे आगे, जानिए अब तक कितने बिके
पर्यावरण संरक्षण के लिए देश में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए केंद्र और राज्य सरकारें प्रोत्साहन दे रही हैं। इस नई तकनीक को अपनाने और शून्य उत्सर्जन को बढ़ावा देने के मामले में राज्यों में प्रतिस्पर्धा चल रही है। इस साल में अब तक इलेक्ट्रिक वाहन अपनाने के मामले में उत्तर प्रदेश देश में सबसे आगे है। यहां 2 लाख से अधिक EVs खरीदे गए, जिसमें 38,000 दोपहिया वाहन, 1.6 लाख तिपहिया और 2,800 चौपहिया वाहन शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश से पीछे हुआ महाराष्ट्र
इस साल में अब तक 1.26 लाख से अधिक वाहनों के पंजीकरण के साथ महाराष्ट्र EV अपनाने के मामले में उत्तर प्रदेश के बाद दूसरे स्थान पर है। इस दौरान 1 लाख दोपहिया, 8,500 तिपहिया और 8,000 चौपहिया इलेक्ट्रिक वाहन बेचे गए हैं। इस मामले में कर्नाटक 99,000 से अधिक वाहन पंजीकरण के साथ तीसरे पायदान पर है। प्रदेश में लगभग 86,000 दोपहिया, 4,800 तिपहिया और 6,800 चौपहिया इलेक्ट्रिक वाहन बेचे गए हैं।
चौथे पायदान पर रहा तमिलनाडु
तमिलनाडु करीब 73,900 वाहन बेचकर EV अपनाने के मामले में चौथे नंबर पर रहा है। यहां 64,000 इलेक्ट्रिक-बाइक स्कूटर, 4,200 इलेक्ट्रिक रिक्शा और 4,600 इलेक्ट्रिक कार पंजीकृत हुई है। इस सूची में बिहार 5वें पायदान पर रहा है, जहां 2024 में अब तक 65,000 से अधिक इलेक्ट्रिक वाहन बेचे गए हैं। इसमें 10,900 दोपहिया, 54,000 तिपहिया और 500 इलेक्ट्रिक कार बिकी हैं। कुल वाहन बिक्री में EVs की 14 प्रतिशत हिस्सेदारी के हिसाब से गोवा सबसे आगे है।
चार्जिंग स्टेशन के मामले में महाराष्ट्र सबसे आगे
इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए सबसे बुनियादी सुविधा EV चार्जिंग स्टेशन है। इसकी उपलब्धता के आधार पर ही लोग इलेक्ट्रिक वाहन खरीदते हैं। चार्जिंग स्टेशन के मामले में महाराष्ट्र देश में सबसे आगे है। इस राज्य में अब तक 3,079 चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए जा चुके हैं। इस मामले में दिल्ली 1,886 चार्जिंग स्टेशन के साथ दूसरे पायदान पर है, जबकि अभी तक 1,081 स्टेशन स्थापित कर कर्नाटक तीसरे नंबर पर है।