टोयोटा काम में लेगी पुरानी हाइब्रिड कारों की बैटरी, लागत में आएगी कमी
क्या है खबर?
जापानी कार निर्माता कंपनी टोयोटा ने अपनी इलेक्ट्रिक कारों में पुरानी हाइब्रिड बैटरियां लगाने की घोषणा की है।
अब हाइब्रिड कार की पुरानी बैटरियाें को फिर से EV में स्थापित किया जाएगा, जो अपनी सर्विस लाइफ के अंतिम दौर में पहुंच चुकी हैं।
कंपनी का लक्ष्य इन बैटरियों को काम में लेकर 'बैटरी 3R' कार्यक्रम के माध्यम से 2035 तक कार्बन तटस्थता प्राप्त करना है। यह सर्कुलरिटी प्लान ऑटोमोटिव या गैर-ऑटोमोटिव इस्तेमाल में हाइब्रिड बैटरियों को दूसरा जीवन देगा।
शुरुआत
प्लान की इन देशों में होगी शुरुआत
इसके लिए सबसे पहले यह पता लगाया जाएगा कि बैटरी अपनी लाइफ के अंतिम दौर में पहुंच गई है।
इसके बाद टोयोटा उन्हें इस तरह से रीसाइकिल करेगी, जो CO2 उत्सर्जन को कम करेगी और नई बैटरी उत्पादन के लिए स्टॉक फीड के रूप में जितना संभव हो, उतनी सामग्री का उपयोग करेगी।
इस प्लान को दुनियाभर के विभिन्न साझेदारों के सहयोग से क्रियान्वित किया जाएगा और इसकी शुरुआत जापान, अमेरिका, यूरोप, चीन और एशिया से होगी।
फायदा
पुरानी बैटरियों के इस्तेमाल से होगा ये फायदा
टोयोटा की प्रियस जैसी शुरुआती हाइब्रिड कार ने पहले ही 20 साल पूरे कर लिए हैं। ऐसी कारों से निकली बैटरियों को उचित निपटान की आवश्यकता होगी।
इस पहल से कंपनी न केवल पुरानी बैटरियों के एक हिस्से का दोबारा उपयोग कर सकेगी बल्कि इससे नई बैटरियों की लागत में भी कमी आएगी।
पुरानी बैटरियों से इलेक्ट्रिक वाहनों के साथ हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहन (HEVs) और प्लग-इन हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहनों (PHEVs) और फ्यूल सेल इलेक्ट्रिक वाहनों (FCEVs) को भी फायदा होगा।