टोयोटा ने हाइब्रिड वाहनों पर प्रोत्साहन देने पर दिया जाेर, जानिए क्या कहा
क्या है खबर?
टोयोटा ने केंद्र सरकार से हाइब्रिड कारों पर टैक्स कम करने की मांग उठाई है। इसके लिए काराधान को विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए तय करने की वकालत की है।
जापानी कार निर्माता के अनुसार, ऑटोमोबाइल का कराधान जीवाश्म ईंधन की खपत को कम करने, डीकार्बोनाइजेशन और 'मेक इन इंडिया' के राष्ट्रीय लक्ष्यों पर आधारित होना चाहिए।
यह प्रोत्साहन केवल एक विशिष्ट तकनीक के लिए आरक्षित नहीं होना चाहिए।
बयान
टैक्स कम करने को लेकर कंपनी ने क्या कहा?
नई टोयोटा कैमरी के लॉन्च के अवसर पर कंपनी के कार्यकारी उपाध्यक्ष और कंट्री हेड विक्रम गुलाटी ने कहा, "भारत के विद्युतीकरण की दिशा में आगे बढ़ने में हाइब्रिड तकनीक की भूमिका है और अन्य प्रौद्योगिकियों के साथ मिलकर इसे पूरा करने में मदद मिलेगी।"
उन्होंने PTI से बातचीत में बताया कि राष्ट्रीय लक्ष्यों के अनुरूप कर प्रोत्साहन के लिए आनुपातिक तरीके से विचार किया जाना चाहिए। उस दिशा में प्रौद्योगिकी एक साइड ट्रैक होना चाहिए।
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वर्तमान में वाहनों पर कितना है टैक्स?
गुलाटी ने कहा, "भारत को यह भी देखने की जरूरत है कि दुनिया के अन्य देशों ने यूरोप का उदाहरण देते हुए कार्बन उत्सर्जन के आधार पर वाहनों पर टैक्स कैसे लगाया है, जहां 27 में से 22 देशों में इस आधार पर टैक्स प्रणाली है।"
वर्तमान में इलेक्ट्रिक और हाइड्रोजन फ्यूल सेल वाहनों पर क्रमशः 5 प्रतिशत और 12 प्रतिशत GST लागू है।
ICE वाहनों पर 1-22 प्रतिशत तक विभिन्न उपकर के साथ 28 प्रतिशत GST लगाई जाती है।