स्वतंत्रता दिवस विशेष: भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में अहम भूमिका निभाने वाली पांच गाड़ियां
क्या है खबर?
आज देश 76वें स्वतंत्रता दिवस का जश्न मना रहा है। आजादी के इन 75 सालों में भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार तेजी से विकसित हुआ है।
इस अवसर पर हम आपके लिए उन पांच बेहतरीन गाड़ियों की जानकारी लेकर आए हैं, जिन्होंने भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाई हैं।
इस लिस्ट में अम्बेस्डर, महिंद्रा जीप, टाटा इंडिका, मारुति 800 और सूमो जैसी गाड़ियां शामिल हैं।
आइये इनके बारे में जानते हैं।
#1
हिंदुस्तान मोटर्स एम्बेसडर
1942 में बीएम बिरला ने मॉरिस मोटर्स के सहयोग से हिंदुस्तान मोटर्स की शुरुआत की थी।
आजादी के लगभग एक दशक बाद 1957 में कंपनी ने एम्बेसडर कार को भारतीय बाजार में उतारा था। यह शीर्ष सरकारी अधिकारियों और नेताओं की पसंदीदा कार थी।
इस कार ने ऑटोमोबाइल क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हालांकि, बिक्री में गिरावट के कारण कंपनी ने इस कार का उत्पादन 2014 में बंद कर दिया।
#2
महिंद्रा जीप
आपको बता दें कि महिंद्रा ने भारत में अपनी जीप की लोकल असेम्बली 1954 में शुरू की थी। इसमें 2.2-लीटर का पेट्रोल इंजन था। ग्राहकों को इसमें ऑल-व्हील ड्राइव का भी विकल्प मिलता था।
बाद में इसे महिंद्रा मेजर नाम से भी उतारा गया। इसने दशकों तक बाजारों पर राज किया।
साल 2010 में कंपनी ने इसे थार नाम से लॉन्च किया। इसी कार को 2020 में अपडेट मिला और अब यह नई थार नाम से देश में उपलब्ध है।
#3
मारुति 800
मारुति 800 ने लाखों माध्यमवर्गीय परिवारों का कार की सवारी का सपना पूरा किया है। हरियाणा के गुरुग्राम स्थित मारुति के कारखाने से पहली मारुति 800 गाड़ी दिसंबर 1983 को बाहर आई।
70 के दशक में इस कार का सपना पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बेटे संजय देखा था।
भारतीय बाजार में इस कार की कुल 27 लाख से भी अधिक यूनिट्स की बिक्री हुई और साल 2014 में इसका उत्पादन बंद कर दिया गया।
#4
टाटा इंडिका
टाटा मोटर्स ने इंडिका को सबसे पहले 1998 में पेश किया गया था। एक महीने के अंदर ही कंपनी को इस कार के लिए एक लाख बुकिंग प्राप्त हो गई।
यह भारतीय बाजार में उपलब्ध पहली डीजल हैचबैक कार थी। साथ ही यह देश में उपलब्ध पहली ऐसी गाड़ी थी जिसे भारतीय बाजार के लिए भारत में ही बनाया गया था।
हालांकि, बाद में इसकी मांग कम होती गई और फिर कंपनी को इसका उत्पादन बंद करना पड़ा।
#5
टाटा सूमो
भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में टाटा सूमो ने भी अहम भूमिका नभाई है। इसे 1994 में देश में लाया गया था। इसे मुख्य तौर पर सैन्य उपयोग और ऑफ-रोडिंग के लिए बनाया गया था।
यह एक 10-सीटर रियर-व्हील ड्राइव कार थी। इसमें 3.0-लीटर का डीजल इंजन दिया गया था।
बता दें कि कंपनी ने इसे कई बार अपडेट किया और यही वजह है कि इसने करीब 25 सालों तक भारतीय बाजार में राज किया।