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सेडान, SUV और हैचबैक समेत इतने प्रकार की होती हैं कारें

सेडान, SUV और हैचबैक समेत इतने प्रकार की होती हैं कारें

Jan 01, 2021
09:30 pm

क्या है खबर?

नई कार खरीदने से पहले ग्राहक कई बातों पर विचार करते हैं। वे सबसे पहले यह सोचते हैं कि उन्हें कौन सी कार लेनी है। ऑटो कंपनियां ग्राहकों की जरूरत के अनुसार विभिन्न प्रकार की कारें बनाती हैं। इनमें हैचबैक, सेडान और SUV आदि शामिल है। कारों के प्रकार के अनुसार उनका आकार अलग-अलग होता है। साथ ही उनकी कीमतों में भी अंतर होता है। हमने आज यहां कारों के कुछ प्रमुख प्रकारों के बारें में विस्तार में बताया है।

#1

सेडान कार (Sedan Car)

आमतौर पर छोटी फैमिली वाले सेडान कार खरीदने की सोचते हैं। इनमें आम कारों की तरह चार गेट होते हैं। भारतीय बाजार में कई प्रकार की सेडान कारें जैसे सब कॉम्पैक्ट सेडान, कॉम्पैक्ट, मिड साइज, फुल साइड और लग्जरी सेडान उपलब्ध हैं। सब कॉम्पैक्ट में किआ रिओ, कॉम्पैक्ट में होंडा सिविक, मिड साइज में होंडा एकॉर्ड, फुल साइज में टोयोटा यारिस और लग्जरी सेडान कारों में BMW X1 जैसी गाड़ियां शामिल हैं।

#2

कूपे कार (Coupe Car)

कूपे कारों में मुख्य रूप से दो दरवाजे दिए जाते हैं। हालांकि, अब कुछ कंपनियों ने चार दरवाजे वाली कारों को भी कूपे नाम देना शुरू कर दी है। इनमें ढ़लान वाली छत दी जाती है। इस कारण ऐसी छत वाली चार दरवाजे वाली कारों को भी अब कूपे के नाम से जाना जाने लगा है। आमतौर पर इसमें दो सीटें दी जाती हैं। भारत में जगुआर F टाइप और निसान GT-R आदि कूपे कारें मौजूद हैं।

#3

स्पोर्ट्स कार (Sports Car)

तेज रफ्तार वाली गाड़ियां पसंद करने वाले लोग स्पार्ट्स कार खरीदते हैं। रफ्तार को ध्यान में रखकर इन्हें डिजाइन किया जाता है। इसकी रफ्तार अन्य कारों से काफी ज्यादा होती है। इसके साथ ही ये अन्य गाड़ियों की तुलना में महंगी भी होती हैं। भारत में स्पोर्ट्स कारों को काफी पसंद किया जाता है। इनमें आमतौर पर दो सीटें होती हैं। बता दें कि भारतीय बाजार में फोर्ड मस्टैंग जैसी कई स्पोर्ट्स कारें हैं।

#4

हैचबैक कार (Hatchback Car)

भारत में हैचबैक कारों की काफी बिक्री होती है। चार दरवाजे, डिक्की और पांच लोगों के बैठने की जगह वाली आम कारों को हैचबैक कारें कहा जाता है, लेकिन बाजार में दो दरवाजे वाली हैचबैक कारें भी उपलब्ध हैं। यह भी कई प्रकार एंट्री लेवल और प्रीमियम हैचबैक की होती हैं। इनका लुक सेडान कारों की तरह होता है। हालांकि, यह उनसे साइज में थोड़ी छोटी होती हैं। मारुति सुजुकी ऑल्टो और रेनो क्विड आदि इस सेगमेंट में आती हैं।

#5

कन्वर्टिबल कार (Convertible Car)

खुली कार में सफर करने का अलग ही मजा होता है, लेकिन तेज धूप और खराब मौसम में आपको एक छत की जरूरत महसूस होती है। इसलिए ऑटो कंपनियां कनवर्टिबल कारें बनाती हैं। जरूरत पड़ने पर इन्हें खुली कार की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं और तेज धूप में इसे खुली कार से छत वाली कार बना सकते हैं। भारतीय बाजर में कई अच्छी कन्वर्टिबल कारें जैसे लैम्बोर्गिनी अवेंटाडोर और मर्सिडीज बेंज C-क्लास उपलब्ध हैं।

#6

CUV कार (CUV Car)

यदि आसान भाषा में कहें तो क्रॉसओवर यूटिलिटी व्हीकल (CUV) हैचबैक और SUVs का मिश्रण होते हैं। इनमें हैचबैक और SUVs में दिए जाने वाले फीचर्स उपलब्ध होती हैं। इसलिए जो हैचबैक से अच्छी और SUV कार नहीं खरीदना चाहते वे इसका ऑप्शन चुन सकते हैं। इसमें आमतौर पर चार दरवाजे होते हैं। ऑडी RS Q8, मारुति सुजुकी S-क्रॉस और होंडा WR-V आदि भारतीय बाजार में मिलने वाली अच्छी CUVs हैं।

#6

SUV

ज्यादा स्पेस और बड़ी कारें पसंद करने वालों के लिए बाजार में कई स्पोर्ट यूटिलिटी व्हीकल्स (SUVs) उपलब्ध हैं। इसमें भी कई प्रकार की सब कॉम्पैक्ट और कॉम्पैक्ट कारें शामिल हैं। SUVs में सात और पांच लोगों के बैठने की जगह दी जाती है। इनमें अन्य कारों की अपेक्षा बड़ा और अधिक स्पेस वाला केबिन होता है। बड़ी फैमिली वालों के लिए यह एक अच्छा ऑप्शन होती है। भारतीय बाजार में हुंडई वेन्यू, क्रेटा, किआ सेनोट आदि SUVs उपलब्ध हैं।

#7

MPV

मल्टी परपज व्हीकल (MPV) या मल्टी यूटिलिटी व्हीकल (MUV) को आमतौर पर पैसेंजर व्हीकल के रूप में जाना जाता है। इसमें भी SUVs की तरह बड़ा केबिन दिया जाता है, जिसमें लोग आराम से बैठ सकते हैं और लंबे सफर के दौरान उन्हें कोई परेशानी नहीं होती है। ये यात्रियों के आराम को ध्यान में रखकर डिजाइन की जाती हैं। इनमें दो या तीम लाइन में सीटें दी जाती हैं। इस सेगमेंट में मारुति सुजुकी अर्टिगा जैसी कारें शामिल हैं।

#8

स्टेशन वैगन (Station Wagon)

एस्टेट कारों के रूप में भी जानी जाने वाली वैगन कारें एक बड़ी छत के साथ आती हैं। वैसे को यह सेडान की तरह होती हैं, लेकिन छत के आकार में ये उनसे अलग होती हैं। इनमें ग्राहकों को अधिक बूट स्पेस यानी ज्यादा सामान रखने की जगह भी मिलता है। सेडान और स्टेशन वैगन के बीच सबसे बड़ा अंतर बूट स्पेस का ही होता है। भारत में अच्छी स्टेशन वैगन कारों में वोल्वो V90 क्रॉस कंट्री शामिल है।