नुकसान से बचने के लिए CNG गाड़ियां चलाते समय ध्यान रखें ये जरूरी बातें
क्या है खबर?
इसमें कोई शक नहीं है कि CNG से चलने वाली गाड़ियां पेट्रोल और डीजल गाड़ियों की तुलना में अधिक सस्ती और पर्यावरण को कम प्रदूषित करने वाली होती हैं।
पेट्रोल और डीजलों के आसमान छूते दामों की वजह से ज्यादातर लोग CNG गाड़ियों की ओर रुख कर रहे हैं।
पर इस तरह की गाड़ियों का इस्तेमाल करने से पहले आपको इससे जुड़ी कुछ सावधानियों के बारे में पता होना चाहिए, इसलिए आज हम इन्ही सावधानियों के बारे में जानेंगे।
#1
हमेशा मान्यता प्राप्त CNG किट का ही करें इस्तेमाल
CNG कार इस्तेमाल करने के दो उपाय हैं-पहला डीलर से सीधे CNG गाड़ी खरीदना और दूसरा अपनी गाड़ी में CNG किट लगवाना। हालांकि, बहुत बार लोग किसी भी मकैनिक से इस तरह के किट लगवा लेते हैं।
ऐसे किट न तो मान्यता प्राप्त होते है और न ही यह गाड़ी के इंजन के लिए अच्छे होते हैं।
साथ ही अगर इन्हे सही से फिट नहीं किया गया तो लीकेज की वजह से गाड़ी में आग भी लग सकती है।
#2
स्पार्क प्लग को बदल लें
जब कभी भी आप अपनी पेट्रोल गाड़ी को CNG गाड़ी में बदलें, यह हमेशा ध्यान रखें कि इसमें लगा स्पार्क प्लग भी CNG किट को सपोर्ट करने वाला होना चाहिए।
चूंकि CNG गाड़ियों में स्पार्क प्लग का ज्यादा इस्तेमाल होता है, इसलिए इसे अच्छी क्वालिटी का भी होना जरूरी है।
अगर प्लग किट को सपोर्ट करने वाला नहीं होगा तो मटैलिक टिप और स्पार्क सोर्स के बीच सही तालमेल नहीं होने की वजह से गाड़ी स्टार्ट करने में दिक्कत आएगी।
#3
CNG सिलेंडर टेस्ट सर्टिफिकेट है जरूरी
गाड़ियों में CNG किट लगवाने के बाद यह जरूर सुनिश्चित करें कि रेट्रोफिटर आपको CNG सिलेंडर टेस्ट सर्टिफिकेट दें।
इसके अलावा हमेशा CNG फ्यूल सिलेंडर में लीकेज की जांच करते रहें। खासकर सिलेंडर भरे जाने के समय इसका खास ध्यान रखना चाहिए।
अगर किसी भी तरह की गैस लीकेज की आशंका रहती है तो तुरंत ही इसे मान्यता प्राप्त सर्विस सेंटर लेकर जाएं। इस तरह की गाड़ियों में लीकेज आज लगने के खतरे को बढ़ा सकती है।
#4
गाड़ी के अंदर न करें धूम्रपान
जैसा कि हम सभी जानते हैं CNG गाड़ियां गैस से चलती हैं। ऐसे में गाड़ी के अंदर धूम्रपान करना खतरनाक हो सकता है।
CNG कार चालक को मोटर व्हीकल ऐक्ट के तहत दिए गए सभी नियमों को सही से पालन करना चाहिए।
साथ ही हीटर का इस्तेमाल भी अधिक समय के लिए नहीं करना चाहिए, वरना इससे आग लगने के संभावना बढ़ सकती है। गौरतलब है कि ऐसी स्थिति में ज्यादातर इंश्योरेंस कंपनी भी क्लेम को खारिज कर देती हैं।
#5
हमेशा दो-तिहाई सिलेंडर ही भरें
इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि टैंक की क्षमता का दो-तिहाई ही रिफिल करें, चूंकि गर्मियों में तापमान बढ़ जाता है और इसका सीधा असर सिलेंडर टैंक के प्रेशर पर पड़ता है।
ज्यादा गैस भरने से सिलेंडर पर दबाव भी ज्यादा पड़ता है और इससे इसके फटने का खतरा रहता है।
इसके अलावा गैस भराते समय यह ध्यान रखें कि सिलेंडर प्रेशर 200 बार से ज्यादा न हो। इससे ज्यादा प्रेशर लीकेज का कारण बन सकता है।