
ओला इलेक्ट्रिक ने पूर्व कर्मचारी की आत्महत्या के मामले में दिया स्पष्टीकरण
क्या है खबर?
बेंगलुरु की ओला इलेक्ट्रिक ने एक पूर्व कर्मचारी को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में एक स्पष्टीकरण जारी किया है। पुलिस ने कंपनी के CEO भाविश अग्रवाल समेत अन्य अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। एक्सचेंज फाइलिंग में इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता ने किसी भी गड़बड़ी से इनकार करते हुए कहा कि अपने कार्यकाल के दौरान पूर्व कर्मचारी अरविंद ने अपनी नौकरी के संबंध में कभी कोई शिकायत नहीं की थी।
चुनौती
कंपनी ने FIR के खिलाफ दी चुनौती
ओला ने कहा कि 38 वर्षीय पूर्व कर्मचारी जिस भूमिका में थे, उनका प्रमोटर भाविश अग्रवाल समेत कंपनी के शीर्ष प्रबंधन के साथ कोई सीधा संपर्क शामिल नहीं था। कंपनी ने कहा कि उसने कर्नाटक हाई कोर्ट में FIR दर्ज करने को चुनौती दी है। उसने ओला इलेक्ट्रिक और उसके अधिकारियों के पक्ष में सुरक्षात्मक आदेश प्राप्त कर लिए हैं। यह भी कहा कि ओला इलेक्ट्रिक या उसके अधिकारियों के खिलाफ कोई आरोपपत्र दाखिल नहीं किया गया है।
मामाला
क्या था मामला?
कंपनी ने कहा कि उसने अरविंद के बैंक खाते में पूरा भुगतान जारी कर दिया है। इसके अलावा वह चल रही जांच में अधिकारियों के साथ पूरा सहयोग कर रही है। 28 सितंबर को पूर्व कर्मचारी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के बाद पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की थी। बाद में मृतक के परिवार ने सुसाइड नोट के साथ पुलिस से संपर्क किया, जिसमें भाविश अग्रवाल और ओला अधिकारी सुब्रत कुमार दास पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया गया।