मुंबई के सार्वजनिक परिवहन में जुड़ेंगी 1,900 इलेक्ट्रिक बसें, मिलेगा EV को बढ़ावा
मुंबई की सार्वजनिक परिवहन सेवा ने ईंधन पर चलने वाली अपनी पुरानी बसों को हटाने के प्रयास में अपने परिवहन बेड़े में शामिल करने के लिए 1,900 इलेक्ट्रिक बसों को खरीदने का आदेश दिया है। राज्य के पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ने ट्विटर के जरिये नोटिस जारी कर यह घोषणा की है। बढ़ते पेट्रोल और डीजल के दामों और ईंधन पर चलने वाली पुरानी बसों से बढ़ते प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए राज्य ने यह फैसला लिया है।
राज्य के अन्य हिस्सों में भी शामिल हो सकती हैं इलेक्ट्रिक बसें
ठाकरे ने बताया कि यह 1,900 इलेक्ट्रिक बसें मुंबई की सड़कों पर पहले से चल रही 386 अन्य इलेक्ट्रिक बसों में शामिल होंगी। जल्द ही 2,000 से अधिक इलेक्ट्रिक बसों के बेड़े के साथ मुंबई, भारत का सबसे बड़ा शहर बन जायेगा। आपको बता दें कि महाराष्ट्र सरकार जल्द ही राज्य के अन्य हिस्सों में सार्वजनिक परिवहन के लिए EV बसों को शामिल करने की योजना बना रही है।
आदित्य ठाकरे ने किया यह ट्वीट
राज्य को इलेक्ट्रिक वाहनों का हब बनाने का है लक्ष्य
महाराष्ट्र सरकार का लक्ष्य राज्य को 2025 तक इलेक्ट्रिक वाहनों का हब बनाना है। सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने और बढ़ावा देने के लिए प्रोत्साहन की घोषणा पहले ही कर चुकी है। महाराष्ट्र सरकार ने मार्च 2025 तक का लक्ष्य रखते हुए अपनी EV नीति के लिए 930 करोड़ रुपये का निवेश किया है। राज्य में EV को बढ़ावा देने के लिए सरकार सभी इलेक्ट्रिक वाहनों पर इंसेंटिव और रोड टैक्स माफी की घोषणा भी कर चुकी है।
सभी सरकारी वाहन होंगे इलेक्ट्रिक
राज्य में 10 प्रतिशत इलेक्ट्रिक वाहनों का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए महाराष्ट्र सार्वजनिक परिवहन में 25 प्रतिशत इलेक्ट्रिक वाहनों को शामिल करने का लक्ष्य लेकर चल रहा है। इसके तहत छह शहरों (मुंबई, पुणे, नागपुर, औरंगाबाद, अमरावती और नासिक) को इलेक्ट्रिक वाहनों का हब बनाने टार्गेट किया जा रहा है। महाराष्ट्र सरकार द्वारा यह भी घोषणा हुई है कि अप्रैल 2022 से महाराष्ट्र में सभी नए सरकारी वाहन इलेक्ट्रिक होंगे।
इलेक्ट्रिक वाहन क्यों अपनाना चाहिए?
ग्राहकों को यह समझना जरूररी है कि आने वाला कल इलेक्ट्रिक वाहनों का ही होगा। ईधन से चलने वाले वाहनों की तुलना में EV ज्यादा किफायती और उपयोगी हैं। EV का रख-रखाव सस्ता है और यह बार बार खराब नहीं होते।