JLR इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए भारत में प्लांट लगाने की बना रही योजना
टाटा मोटर्स के स्वामित्व वाली जगुआर लैंड रोवर (JLR) भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) के निर्माण की संभावना तलाश रही है। सूत्रों के अनुसार, इसको लेकर वार्ता निष्कर्ष के करीब पहुंचने वाली है। अगर इसको हरी झंडी मिल जाती है तो ब्रिटेन के बाहर JLR के लिए सबसे बड़ा निर्माण प्लांट तैयार होने का रास्ता खुल जाएगा। इसको लेकर निवेश गुजरात के साणंद में किए जाने की संभावना है। हालांकि, कंपनी पुणे सहित अन्य विकल्प भी तलाश रही है।
प्रोजेक्ट को मिल सकती है जल्द हरी झंड़ी
रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत में नया प्लांट लगाने के लिए अब तक 13 दौर की वार्ता पूरी हो चुकी है और 14वें दौर की बातचीत 10 जनवरी को शुरू हुई थी। PTI की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इस महत्वाकांक्षी परियोजना ने गति पकड़ ली है, क्योंकि प्रस्तावित भारत-UK फ्री ट्रेड एग्रीमेंट वार्ता अंतिम चरण में पहुंच गई है। बताया गया है कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने पिछले सप्ताह के अंत में वार्ता की प्रगति की समीक्षा की है।
JLR करेगी EMA आर्किटेक्चर का उपयोग
सूत्रों के मुताबिक, JLR इलेक्ट्रिक वाहनों में EMA आर्किटेक्चर का उपयोग करने की संभावनाएं तलाश रही है, जिसे टाटा मोटर्स अपनी अविन्या रेंज की कारों के लिए स्थानीयकृत करेगी। ऑटोकार प्रोफेशनल के अनुसार, इस परियोजना में आने वाले दशक में टाटा और JLR कम से कम 4 मॉडल विकसित करने के लिए कई हजार करोड़ रुपये का निवेश कर सकती हैं। इस प्लांट में सालाना लगभग 3 लाख गाड़ियां बनाने योजना है, जो भारत के अलावा विदेशों में निर्यात होंगी।