क्या कारों के लिए खतरनाक है सेंट्रल लॉक सिस्टम? चोरी से करता है सुरक्षा
वर्तमान में आने वाली अधिकांश गाड़ियां सेफ्टी के लिए सेंट्रल लॉक सिस्टम के साथ आती हैं। रिमोट से चलने वाली इस सेंट्रल लॉक सुविधा की खासियत है कि इसमें चारों दरवाजे बंद होने पर तय समय के बाद वे ऑटोमेटिक लॉक हो जाते हैं। इससे कार मालिकों को गाड़ी के चोरी होने की चिंता नहीं रहती। कई फायदे के बावजूद यह सुविधा जानलेवा भी साबित हो सकती है। आइये जानते हैं कार में सेट्रल लॉक सिस्टम के क्या नुकसान हैं।
हादसे में फेल हो जाता है सेंट्रल लॉक सिस्टम
सड़क हादसों के कई मामलों में सेंट्रल लॉकिंग सिस्टम को कार में सवार लोगों की मौत के लिए जिम्मेवार ठहराया गया। एक्सीडेंट के दौरान गाड़ी क्षतिग्रस्त होने से यह सिस्टम फेल हो जाता है। इस कारण ना तो गाड़ी के गेट खुल पाते हैं और ना ही खिड़कियां। इस कारण कार में सवार यात्री अंदर ही फंसे रह जाते हैं। बाहर नहीं निकल पाने से उन्हें समय पर इलाज नहीं मिल पाता और इस कारण उनकी जान चली जाती है।
सिस्टम खराब होने से फंस सकते हैं सवारियां
कार की बैटरी में खराबी या की-फाॅब की बैटरी खराब होने की स्थिति में सेंट्रल लाॅक सिस्टम काम करना बंद कर देता है। ऐसे में कभी भी कार के दरवाजे और खिड़कियां लॉक हो सकते हैं। इन्हें मैनुअली नहीं खोला जा सकता, जिससे यात्री अंदर ही फंस सकते हैं और लंबे समय तक अंदर बंद रहने से दम घुट सकता है। इसके अलावा ऑटोमैटिक लॉक सिस्टम की मरम्मत मैनुअल डोर लॉक की तुलना में महंगी पड़ती है।