
हुंडई मोटर 2030 तक भारत में 45,000 करोड़ रुपये का करेगी निवेश
क्या है खबर?
हुंडई मोटर इंडिया (HMIL) ने अगले 4 साल में बड़े निवेश की घोषणा की है। कंपनी भारत में 2026 से 2030 के बीच 45,000 करोड़ रुपये निवेश करेगी। इस निवेश का मकसद आने वाले वर्षों में कंपनी की भारतीय बाजार में स्थिति मजबूत करना है। हुंडई का कहना है कि वह भारतीय ग्राहकों के लिए नए फीचर्स, तकनीक और ज्यादा सुरक्षित गाड़ियां लाने पर काम करेगी, ताकि भविष्य की मांगों को पूरा किया जा सके।
उपयोग
नए मॉडल और निवेश का उपयोग
हुंडई मोटर ने बताया है कि 60 प्रतिशत राशि उत्पाद विकास और अनुसंधान कार्यों में खर्च की जाएगी, जबकि बाकी 40 प्रतिशत उत्पादन क्षमता और उन्नयन में लगाई जाएगी। हुंडई 2030 तक 26 नए मॉडल लॉन्च करेगी जिनमें 7 नए प्रोडक्ट, 6 मॉडल अपडेट, 6 वेरिएंट और 7 फेसलिफ्ट शामिल होंगे। इनमें 5 इलेक्ट्रिक और 8 हाइब्रिड वाहन होंगे, जो कंपनी की भविष्य की ग्रीन मोबिलिटी रणनीति को आगे बढ़ाएंगे।
ध्यान
नई श्रेणियों और लक्जरी कारों पर ध्यान
हुंडई 2030 तक MPV और ऑफ रोडर SUV के सेगमेंट में भी उतरेगी। इसके अलावा, कंपनी 2027 में अपने लक्जरी ब्रांड 'जेनेसिस' की पहली भारत में बनी कार भी लॉन्च करने वाली है। कंपनी पहली 'मेड इन इंडिया' कॉम्पैक्ट EV SUV भी लाएगी, जिसमें लेवल 2 ADAS और लंबी रेंज की सुविधा होगी। इन नई योजनाओं के साथ हुंडई का लक्ष्य घरेलू बाजार में 15 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल करने का है।
अन्य
नया नेतृत्व और भविष्य की दिशा
कंपनी ने तरुण गर्ग को 1 जनवरी, 2026 से नया प्रबंध निदेशक और CEO नियुक्त किया है। वह उनसू किम की जगह लेंगे, जो दिसंबर, 2025 में दक्षिण कोरिया लौटेंगे। गर्ग ने दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग और IIM लखनऊ से MBA किया है। उन्होंने पहले मारुति सुजुकी में कई अहम पदों पर काम किया है। उनका अनुभव सेल्स, मार्केटिंग और प्रबंधन में रहा है, जो हुंडई के लिए उपयोगी साबित होगा।