
मोटरसाइकिल में कितना जरूरी है रियर व्यू मिरर? जानिए कैसे सेट करें
क्या है खबर?
कई लोग मोटरसाइकिल में मिलने वाले मिरर को केवल शोपीस की तरह मानते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। युवा बाइक को आकर्षक दिखाने के लिए मिरर निकाल देते हैं, जबकि ऐसा करना सुरक्षा से समझौता करने जैसा है।
कानूनी रूप से भी ऑटोमोबाइल कंपनियों को अपने वाहनों में रियर व्यू मिरर लगाना अनिवार्य किया हुआ है।
आइये जानते हैं बाइक में रियर व्यू मिरर क्यों जरूरी है और इसे कैसे सेट कर सकते हैं।
फायदे
ये हैं रियर व्यू मिरर के फायदे
बेहतर दृश्यता प्रदान करने के अलावा रियर व्यू मिरर सवार को पीछे के ट्रैफिक का अंदाजा लगाने और लेन बदलने, ओवरटेक करने या रफ्तार कम करने में भी मदद करता है।
ऐसे में यह राइडर और दूसरे लोगों को दुर्घटनाग्रस्त होने से बचाते हैं।
राइडर पीछे से तेज गति से आ रहे या अनियंत्रति हुए वाहन को मिरर में पहले ही देखकर उसके हिसाब से अपना बचाव कर सकता है और उसे बेहतर निर्णय लेने में मदद मिलती है।
तरीका
इस तरह से करें मिरर सेट
बाइक के रियर व्यू मिरर को सेट करने के लिए राइडिंग पॉजिशन में बैठें, जिस तरह आप उसे चलाते हैं।
इसके बाद हैंडलबार को सीधा रखते हुए सही पाने का इस्तेमाल करते हुए मिरर से जुड़ी हैंडल को अंदर-बाहर की तरफ घुमाएं। अब मिरर को वर्टीकल इस प्रकार एडजेस्ट करें कि पीछे का वाहन चालक पूरी तरह आपकी दृष्टि में आ जाए।
इसके बाद हॉरिजॉन्टल तब तक सेट करें, जब तक आपके हाथ का एक-चौथाई हिस्सा उसमें नजर न आए।