#NewsBytesExplainer: फॉक्सवैगन पोलो थी युवा ग्राहकों की पसंदीदा हैचबैक कार, जानिए कैसा रहा है इसका सफर
क्या है खबर?
फॉक्सवैगन पोलो ने भारतीय बाजार में प्रीमियम हैचबैक कार के तौर पर पहचान बनाई थी। पोलो इस सेगमेंट की पहली मेड इन इंडिया हैचबैक में से एक थी, जिसमें स्टैंडर्ड के तौर पर डुअल एयरबैग्स दिए गए थे।
शानदार लुक, सख्त बनावट, दमदार सस्पेंशन और बेहतरीन परफॉरमेंस के कारण गाड़ी ने युवा ग्राहकों को आकर्षित किया और देखते ही देखते यह सबकी पसंदीदा गाड़ी बन गई है।
आइये गाड़ी के सफर के बारे में जानते हैं।
लॉन्च
2009 में लॉन्च हुई थी फॉक्सवैगन पोलो
फॉक्सवैगन ने साल 2009 में अपनी पोलो हैचबैक कार को भारतीय बाजार में लॉन्च किया था। पोलो देश में कंपनी की पहली हैचबैक थी। इसमें 1.6-लीटर का पेट्रोल इंजन दिया गया था और यह गाड़ी हुंडई i20 को टक्कर देती थी।
कंपनी ने इस गाड़ी को मात्र 4.34 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) कीमत पर उतारा था। यह आम आदमी में बजट में फिट बैठती थी।
बता दें कि युवा कार चालकों के बीच आज भी इस गाड़ी का जबरदस्त क्रेज है।
अपडेट
कब-कब अपडेट हुई फॉक्सवैगन पोलो?
प्रीमियम हैचबैक पोलो का उत्पादन 2009 से महाराष्ट्र के चाकन में कंपनी के प्लांट में शुरू हुआ।
साल 2013 में इसे नए इंजन के साथ अपडेट किया गया और 2016 में कंपनी ने इस गाड़ी का GTI वेरिएंट लॉन्च किया। आगे चलकर साल 2022 में कंपनी ने इसे बंद कर दिया।
अपने 12 सालों के सफर के दौरान इसमें कई छोटे-बड़े अपडेट दिए गए थे और इसे पूरे जीवनकाल में 10 विभिन्न इंजनों द्वारा संचालित किया गया है।
वजह
इस वजह से बंद हुई फॉक्सवैगन पोलो
पोलो का उत्पादन बंद करने के पीछे 2 मुख्य वजहें बताई गईं। पहला यह मॉडल काफी पुराना हो गया था और इस वजह से धीरे-धीरे इसकी बिक्री में भी गिरावट आने लगी।
दूसरा इसे ब्रांड के पुराने PQ प्लेटफॉर्म पर बनाया गया था और कंपनी इस प्लेटफार्म को बंद करना चाहती थी।
पोलो को बंद करने के बाद कंपनी ने अपनी नई फॉक्सवैगन वर्टस लॉन्च की। कंपनी ने वर्टस सेडान से पोलो को रिप्लेस किया।
बिक्री
फॉक्सवैगन की सबसे अधिक बिकने वाली गाड़ी थी पोलो
हैचबैक सेगमेंट में यह भारत में ब्रांड का अब तक का सबसे ज्यादा बिकने वाला मॉडल भी रहा, जिसकी लगभग 2.5 लाख से अधिक यूनिट्स की बिक्री हुई।
ग्लोबल NCAP के क्रैश टेस्ट में पोलो को 4-स्टार मिले थे। व्यस्क सुरक्षा श्रेणी में इसे 17 में से 11.84 अंक मिले। बच्चों के सुरक्षा के मामले में भी यह गाड़ी काफी बेहतर है। इसमें गाड़ी को 49 में से 36.89 अंक प्राप्त हुए थे।
लुक
कैसा है फॉक्सवैगन पोलो का लुक?
फॉक्सवैगन पोलो को PQ प्लेटफॉर्म पर बनाया गया है। इसमें एक ढलान वाली छत, एक मस्कुलर बोनट, ब्लैक आउट ग्रिल और एक ट्रेपोजॉइडल एयर डैम लगाया गया है।
वहीं लाइटिंग के लिए कार में हैलोजन हेडलैंप, डे टाइम रनिंग लाइट्स (DRLs) और फॉग लाइट जैसे लाइटिंग फीचर्स दिए गए हैं। इसके अलावा इसमें ORVM, ब्लैक आउट बी पिलर्स और 16 इंच के मल्टी स्पोक एलॉय व्हील्स भा लगे हैं, जो इन्हें शानदार लुक देते हैं।
इंजन
3 इंजनों के विकल्प में आती थी पोलो
शुरुआती समय में पोलो को 1.2 लीटर टर्बो डीजल इंजन और 1.2 लीटर नेचुरली एस्पिरेटेड पेट्रोल इंजन के साथ लाया गया था, जिसमें समय के साथ कई बदलाव किए गए।
फॉक्सवैगन ने अपनी लोकप्रिय कार पोलो में 999cc का इंजन दिया, जो कारों को 108.62bhp की अधिकतम पावर के साथ-साथ 175Nm का अधिकतम टॉर्क देने में सक्षम है।
इंजन के साथ 5-स्पीड मैनुअल, 6-स्पीड मैनुअल और 6-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स का का विकल्प मिलता था।
फीचर्स
पोलो में दिए गए हैं ये फीचर्स
फॉक्सवैगन पोलो में पांच लोगों के बैठने की जगह दी गई है। साथ ही इसमें स्टीयरिंग व्हील, डुअल टोन डैशबोर्ड, पावर विंडो, रियर पार्किंग सेंसर और ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल जैसे फीचर्स भी दिए गए हैं।
इसके अलावा इसके केबिन में एंड्रॉयड ऑटो और ऐपल कारप्ले को सपोर्ट करने वाला एक टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट कंसोल भी लगा है। वहीं सुरक्षा के लिए इसमें चार एयरबैग, इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल और एक रियर व्यू कैमरा दिया गया है।
जानकारी
इस कीमत पर आती थी फॉक्सवैगन पोलो की कीमत
बंद होने से पहले फॉक्सवैगन की पोलो की शुरुआती कीमत 6.01 लाख रुपये और टॉप वेरिएंट की कीमत 9.92 लाख रुपये थी। वहीं इसके मैट वेरिएंट को 6.27 लाख रुपये देकर खरीदा जा सकता था।